अमरावती

संपत्ति कर के नाम पर जनता की लूट

संपत्ति कर में वृध्दि होने से ‘गब्बर’ सा दिखाई दे रहा है

* प्रदेश सचिव आसीफ तवक्कल ने लगाया आरोप
अमरावती/ दि. 21-स्थानीय महानगर पालिका में जब से प्रशासक राज लागू हुआ है तब से अधिकारी मनमाने तरीके से निर्णय लेकर जनता को नाना प्रकार की तकलीफ देने से पीछे नहीं हट रहे. प्रशासक की ओर से हाल ही में संपत्ति कर में इस प्रकार वृध्दि की गई की संपत्ति कर वृध्दि गब्बर सा दिखाई दे रहा है. ऐसा तंज मनपा प्रशासक पर कांग्रेस प्रदेश सचिव आसीफ तवक्कल ने कसते हुए आरोप लगाया कि संपत्ति कर वृध्दि के नाम पर प्रशासक जनता को लूट रही है.
कांग्रेस प्रदेश सचिव आसीफ तवक्कल ने मनपा प्रशासक के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि बुनियादी सुविधाओं के नाम पर नागरिकों को प्रशासक की ओर से ठेंगा दिखाया जा रहा है. आसीफ तवक्कल ने आरोप लगाया कि पहले जिनके यहा से 1800 रूपए संपत्ति कर वसूला जाता था उन्हें अब 14,300 रूपए संपत्ति कर का बिल भेजा गया है. इन दिनों मनपा की कार्यप्रणाली पर अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत सटिक साबित हो रही है. संपत्ति कर वृध्दि का कोई पैमाना तय नहीं किया गया. मनमाने तरीके से जो जी में आ रहा उसके हिसाब से संपत्ति कर वसूलने की नीति बनाई जा रही है. प्रशासक की ओर से जिस प्रकार संपत्ति कर पर ध्यान केंद्रित किया गया है. उसकी तुलना में 25 फीसद भी बुनियादी सुविधाओं की ओर ध्यान अगर केंद्रीत किया जाता तो नागरिको को डेंग्यू, मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों के चपेट में आने का भय नहीं सताता. अधिकांश प्रभागों में सफाई का बंटाढार हुआ है. नालियां कचरे से लबालब रहने के कारण गंदा पानी पिछडी बस्तियेां में सडक पर फैल रहा है. बारिश होने पर यह गंदा पानी घरों में घुस रहा है. सडक की अवस्था से नागरिक वाकीफ है. कई क्षेत्रों की अंदरूनी सडके रखरखाव के अभाव में गढढे में समा गई है. बुनियादी सुविधाओं की ओर अनदेखी कर सिर्फ संपत्ति कर में मनमाने तरीके से वृध्दि कर वसूली पर ध्यान केंद्रित किया गया संपत्ति कर में मनमाने तरीके से वृध्दि है.

* अन्यथा सडकों पर उतरेंगे नागरिक
कांग्रेस के प्रदेश सचिव आसीफ तवक्कल ने मनपा प्रशासक को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि संपत्ति कर में वृध्दि कोई पैमाना तय नहीं किया गया. इससे जनता वाकीफ है. अगर इसी प्रकार कामकाज जारी रहा तो शहर के नागरिक मनपा प्रशासक के खिलाफ सडक पर उतरने से कतरायेंगे नहीं. बडे जन आंदोलन का आगाज हो, उसके पहले ही प्रशासक ने अपने कार्यप्रणाली में परिवर्तन करना चाहिए.
* जनप्रतिनिधियों की चुप्पी
कांग्रेस प्रदेश सचिव आसीफ तवक्कल ने आरोप लगाया कि मनपा क्षेत्र में रहनेवाले नागरिकों को प्रशासक की कार्यप्रणाली के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. पार्षदों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद मनपा में प्रशासक राज शुरू है. जिसका लाभ उठाते हुए मनपा में जमकर भ्रष्टाचार शुरू है. संपत्ति कर वृध्दि, सफाई का अभाव जैसे मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों की चुप्पी समझ से परे है.

 

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