पुणे एनआईवी की रिपोर्ट : शहर में 18, ग्रामीण में 3 मरीज
ओमिक्रॉन के फिर 7 पॉजिटीव
* कोरोना के पांचवें दिन भी 200 के पार
अमरावती/ दि.19– कोरोना का नया वैरियंट ओमिक्रॉन संक्रमण तेजी से बढने लगा है. 3 दिन में 14 संक्रमित दर्ज किये गए. इसमें मंगलवार को फिर 7 नए पॉजिटीव मरीज दर्ज किये गए. जिले में अब तक ओमिक्रॉन के 21 मरीज दर्ज हुए हैं. इसमें महापालिका क्षेत्र 18 और ग्रामीण क्षेत्र में 3 मरीजों का समावेश है. मनपा क्षेत्र के 2 मरीजों की अब तक खोज नहीं हो पाने के कारण चिंता बढ गई है.
हाईरिस्क की सूची में रहने वाले युगांडा देश से नागपुर में आये दो यात्रियों का आरटीपीसीआर पॉजिटीव आने के कारण उन्हें नमुने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए पुणा भिजवाया गया था. इस महिला के साथ तीन बच्चों की रिपोर्ट ओमिक्रॉन पॉजिटीव आयी. इसके बाद उस महिला का पति भी पॉजिटीव पाया गाय. युके से यहां के एक होटल में विवाह के लिए आयी एक महिला ओमिक्रॉन पॉजिटीव पायी गई और उसके संपर्क में आये अन्य चार लोग भी पॉजिटीव पाये गए थे. इसके बाद कल मंगलवार को पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान केंद्र से 7 पॉजिटीव सैम्पल की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुई है. स्वास्थ्य विभाग व्दारा इन मरीजों की कान्टैक्ट हिस्ट्री खोजी जाने की बात बताई गई. कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में लाने के लिए शासन ने तय किये गए नियमों के पालन पर जोर दिया जा रहा है.
जिले में 263 कोरोना संक्रमित
जिले में लगातार पांचवें दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या 200 के पार हुई हैं. बीते मंगलवार को 1195 सैम्पल की जांच व 263 संक्रमित मरीज दर्ज किये गए. इसमें मनपा क्षेत्र के 161 और ग्रामीण के 102 मरीजों का समावेश है. ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण बढने के कारण जिले की चिंता बढ गई है. जिले में अब तक 98,436 कोरोना संक्रमित और इलाज के बाद ठिक लगने से 95,212 लोगों को कोरोना मुक्त घोषित किया गया. मंगलवार को 91 मरीजों को छुट्टी दी गई है. जिले का रिकवरी रेट अधिकतम 96.72 प्रतिशत है. जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ रहा है. सात दिनों में 1623 कोरोना संक्रमित दर्ज किया गया. जिसे बडा खतरा माना जा रहा है. जिले में बढ रहे संक्रमितों की संख्या को देखते हुए जांच की संख्या कम है. सौम्य लक्षण रहने वाले नागरिक जांच कराने से कतरा रहे है. इसके अलावा टीकाकरण का उत्साह भी कम हुआ है. अब तक 6 लाख लोगों ने टीका नहीं लगाया, ऐसी जानकारी सामने आयी है.
ओमिक्रॉन भी बदल रहा रंग
जिले में इससे पहले पॉजिटीव आये 8 सैम्पल मूल ओमिक्रॉन के नहीं है. उनके सबवैरियंट है. इसमें बीए-1 व बीए-2 यह नये वैरियंट जनुकिय रचना में दर्ज होने की जानकारी विद्यापीठ लैब के समन्वयक डॉ.प्रशांत ठाकरे ने दी. एस जीन में ड्राप नहीं होने के कारण सैम्पल जीनोम स्टडी के लिए भेजे जा रहे है. यह सबवैरियंट का परिणाम कैसे होगा, इसकी जानकारी अब तक नहीं होने की बात बताई गई है.