अमरावतीमुख्य समाचार
जुडवाशहर में पांचवी मर्तबा हुआ पुनीत कार्य
तीन बेटियों ने किया पिता गजानन कडू के अवयवदान
-हरीना फाउंडेशन और पुनर्जीवन फाउंडेशन का उपक्रम
-मृतक की पत्नी का प्रशंसनीय फैसला
परतवाड़ा/अचलपुर/दी. १७- विदर्भ के डॉक्टरों द्वारा की जा रही जागृति के चलते अब लोग अपने मृतप्रायः परिजन व्यक्ति के अवयवदान और अंगदान के लिए सहमति देने लगे है.परतवाड़ा शहर में अभी तक चार मर्तबा अवयवदान सफलता पूर्वक किये जा चुके है.आज शुक्रवार, 17 दिसंबर की सुबह सात बजे डॉ आशीष भंसाली के अस्पताल में ब्रेनडेड गजानन पंजाबराव कडू (उम्र 65) के लिवर,दो किडनी और दोनों आंखों को दान करने के बाद प्रत्यारोपण के लिए नागपुर और अमरावतीं भेजा गया.परतवाड़ा के थानेदार संतोष ताले ने इसके लिए कड़े पुलिस बंदोबस्त के बीच ग्रीन कॉरीडोर तैयार कर रखा था.सुबह साढ़े ग्यारह बजे के करीब अलग-अलग तीन एम्बुलेंस में किडनी,लिवर और नेत्र भेजे गए.ब्रेनडेड शरीर से अवयव निकालने में अमरावतीं के इरविन अस्पताल और हरीना फाउंडेशन की महत्ती भूमिका रही है.
नांदगांव पेठ के मूल निवासी गजानन कडू को बवासीर के इलाज हेतु परतवाड़ा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.इलाज के दौरान गजानन यह ब्रेनडेड अवस्था मे चले गए.तब डॉक्टरों ने उन्हें अवयवदान करने के लिए प्रोत्साहित किया.प्रहार के नेता और पूर्व पार्षद बल्लू जवंजाल ने इस पूरे उपक्रम में महत्वपूर्ण योगदान दिया.मृतक की पत्नी उषा कडू ,बेटियां मीनल,माधुरी और डॉ प्रियंका के साहसिक निर्णय के बाद अवयव निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई.करीब तीन घंटे तक सफल प्रयास कर अवयव निकाले गए.उन्हें सुरक्षित पात्र में रखा गया.कडू के शरीर से निकाले लिवर को नागपुर के न्यू मीरा हॉस्पिटल,एक किडनी व्होकार्ड हॉस्पिटल,दूसरी किडनी मिडीटीन हॉस्पिटल को भेजी गई.नेत्रदान की पेटी हरीना फाउंडेशन के पदाधिकारियों के सुपुर्द की गई.
इस पूरे उपक्रम में डॉ वेद महाजन,डॉ अनघा कुलकर्णी,डॉ शर्मा,डॉ सरिता कडू,डॉ अनंत पोरे,डॉ राहुल सक्सेना, डॉ आशीष भंसाली और डॉ राजेन्द्र भंसाली ने बहुमूल्य योगदान दिया.
कडू परिवार और उनकी तीनो बेटियों व जवाई के इस फैसले की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है.इस जीवनदायी निर्णय के लिए परिजनों का अभिनंदन किया जा रहा.