मटकों की खरीदारी बढी, गर्मी की आहट तेज
रंग-बिरंगे, नक्काशीकाम, टोटीवाले मटके विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध
मटकों की खरीदारी बढी, गर्मी की आहट तेज
* रंग-बिरंगे, नक्काशीकाम, टोटीवाले मटके विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध
* 100 से 1000 रुपए तक रेट
अमरावती/दि.07- ग्रीष्मकाल की आहट तेज होते ही मिट्टी के मटकों, घडों की बिक्री बढ गई है. शहर में बडनेरा रोड से लेकर नागपुर रोड तक मिट्टी के घडों की दुकाने सजी है. जहां 100 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक विविध आकार और प्रकार के मटके अपनी पसंद से खरीदे जा रहे हैं. आनेवाले दिनों में बिक्री बढने की पूरी संभावना है. बडी बात है कि, फ्रीज और कंटेनर के दौर में भी कई लोग स्वास्थ के दृष्टि से मिट्टी के घडे का पानी पीना पसंद करते हैं.
* सुराही के आकार आकर्षक
ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे, नक्काशीकाम वाले विभिन्न साइज में मटके शहर में पहुंच चुके हैं. इसके अलावा सुराही भी ग्राहकों को आकर्षित कर रही है. शहर के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में मटकों की दुकाने सज गई है. सामान्य ग्राहकों के बजट में आनेवाले मटकों की मांग बढ गई है. 100 से 1000 रुपए तक के मटके बाजार में उपलब्ध है. गरीबों के फ्रीज के रूप में पहचाने जानेवालेे मिट्टी के मटके अमरावती सहित जिले की तहसील व गांव स्तर पर बिक्री के लिए पहुंच गए है. ग्रीष्मकाल की आहट के साथ ही नागरिकों को शीतल जल के लिए मटकों की जरूरत पडती है और इसी जरूरत को पूरा करने के लिए बाजार में भिन्न-भिन्न आकार और प्रकार के मटके, सुराही तथा राजन की मांग बढ जाती है. अधिकांश नागरिक शीतल जल के लिए मटके को ही प्राथमिकता देते हैं.
* काले रंग के मटके भी पसंद
भिन्न-भिन्न रंग और आकार तथा प्रकार के मटके सभी का ध्यान आकर्षित कर रहे है. शहर के चपराशीपुरा से पुराना बायपास, एमआयडीसी इन स्थानों पर मिट्टी के लाल मटके, काले रंग के मटके तथा सफेद रंग के मटके भी उपलब्ध है. इसके अलावा टोटीवाले, आकर्षक सुराही और राजनी भी नागरिक अपनी आवश्यकता अनुसार खरीद रहे हैं. इसके अलावा गुजरात, पूर्णानगर, मध्यप्रदेश तथा विदर्भ के कुछ क्षेत्रों से भी मटके बाजार में आ रहे है. इन दिनों फ्रीज की बजाय मटके के पानी को अधिक प्राथमिकता दिए जाने के कारण मटकों की मांग बढ गई है.