सडक किनारे मिलनेवाले ज्यूस की शुद्धता जांच जरुरी
अमरावती/दि. 8– इन दिनों रोजाना सुबह जॉगिंग ट्रैक पर जाकर मॉर्निंग वॉक करनेवालों की संख्या अच्छी-खासी बढ गई है. साथ ही साथ ऐसे लोग मॉर्निंग वॉक करते समय अपने स्वास्थ हेतु तृणरस सहित विविध फलों के ज्यूस का सेवन भी करते है. परंतु पौधों व फलों पर की जानेवाली रासायनिक कीटनाशकों की फवारणी के चलते ऐसे ज्यूस की शुद्धता को लेकर सवालियां निशान पैदा होते है. ऐसे में यद्यपि तृणरस का सेवन करना स्वास्थ के लिए फायदेमंद होता है. लेकिन रास्ते के किनारे बिकनेवाले तृणरस की शुद्धता अनिश्चित होती है. जिससे स्वास्थ के लिए खतरा भी पैदा हो सकता है. ऐसे में अन्न व औषधी प्रशासन द्वारा शहर में जगह-जगह सडक किनारे बिकनेवाले तृणरस व फलों के ज्यूस की गुणवत्ता जांच करना आवश्यक है.
* रासायनिक खाद व फवारणी का खतरा
बता दें कि, इन दिनो कई लोगबाग गेहूं के नर्म कोपलों के रस का सेवन करना पसंद करते है. जिसे उगाने हेतु कई बार रासायनिक खाद व कीटनाशकों का प्रयोग भी किया जाता है. ऐसे में यदि इन कोपलों में रासायनिक खाद या कीटनाशकों का अवशेष रह जाए तो इससे स्वास्थ व शरीर को नुकसान भी पहुंच सकता है. साथ ही सडक किनारे दुकान लगाकर बैठे रस विक्रेताओं के पास जैविक पद्धति से उगाए गए गेहूं के कोपलों का ही प्रयोग होने की कोई पक्की गारंटी नहीं होती.
* इन रसों की भी जमकर होती है विक्री
आंवला ज्यूस – विटामीन-सी से भरपूर रहनेवाले वाले आंवले से रोग प्रतिकार शक्ति बढती है तथा संसर्गजन्य बीमारियों से बचाव होता है. जिसके चलते कई लोकबाग सडक किनारे लगनेवाले स्टॉल पर आंवले का ज्यूस भी पीते है.
गाजर ज्यूस – पोषण मूल्यों से समृद्ध रहनेवाले गाजर के रस को स्वास्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. गाजर में विटामीन-ए, विटामीन-सी, विटामीन-के, पोटेशियम, फायबर तथा बेटाकैरोथिन नामक एंटी ऑक्सीडंस भरपूर प्रमाण में रहते है. जो शरीर के विविध कार्यों हेतु उपयोगी साबित होते है. जिसके चलते कई लोग गाजर के ज्यूस का भी जमकर सेवन करते है.
बीट ज्यूस – शरीर में रक्तदाब को कम रखने हेतु बीट का सेवन करना काफी उपयोगी साबित होता है. बीट में नैसर्गिक नाईट्रेटस् रहते है. जो शरीर में जाकर नाईट्रीक ऑक्साईड तैयार करते है. जो रक्त वाहिनियों को खुला करते हुए रक्तदाब को कम करने में सहायता प्रदान करता है. जिसके चलते बीट के ज्यूस का भी जमकर सेवन किया जाता है.
करेले का ज्यूस – स्वाद में कडवा रहने के बावजूद पोषण तत्वों से भरपूर रहनेवाले करेले के ज्यूस को स्वास्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. करेले में विटामीन-ए, विटामीन-सी, विटामीन-डी, लोहतत्व, मैग्नेशियम, पोटेशियम, फाईबर व एंटी ऑक्टीडंस रहते है. जो कई तरह से शरीर के लिए उपयोगी होते है. करेले में कैराटिन व पोलिपेप्टाइड-पी नामक घटक रहते है. जो रक्त से शर्करा का प्रमाण कम करने में मदद करते है. ऐसे में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने हेतु करेले के ज्यूस का भी सेवन किया जाता है.
– गजानन गोरे, निरीक्षक, अन्न व औषधी प्रशासन.