ढेप पर लगाएं टैक्स- अग्रवाल
अमरावती/दि.21- आगामी 1 फरवरी को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन अर्थसंकल्प प्रस्तुत करेगी. उससे पूर्व बजट को लेकर विभिन्न क्षेत्र के विविध विशेषज्ञ एवं कारोबारी-उद्यमियों की बजट से अपेक्षाएं पर अमरावती मंडल चर्चा कर रहा है. इस कड़ी में आज अमरावती के प्रसिद्ध ऑईल मिल संचालक अशोक अग्रवाल नांगलिया से बातचीत की गई. चर्चा में अशोक अग्रवाल ने कॉटन सीड के समान ढेप पर भी टैक्स लगा देने की अपेक्षा व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि वैट के दौर में अलग कर व्यवस्था थी. जीएसटी का दौर अलग है. ढेप पर पशु खाद्य होने के कारण टैक्स नहीं लगा है. जबकि कॉटन सीड पर टैक्स है, जिससे ऑईल मिल संचालकों का नुकसान हो रहा है. सरकी से तेल निकालने पश्चात दूसरा उत्पाद ढेप निकलता है. जिस पर जीएसटी कर प्रणाली में टैक्स नहीं होने से मिल संचालक व्यापारियों का नुकसान हो रहा है. अग्रवाल ने आयकर छूट सीमा भी बढ़ाने की अपेक्षा व्यक्त की है. उसी प्रकार अमरावती जैसे क्षेत्र में कुछ खास सरकार को करना चाहिए. टैक्स में छूट के अलावा और राहत की अपेक्षा है. यहां की 80 प्रतिशत ऑइल मिल बंद हो चुकी है. आज ऑइल मिल चलाना मुनाफे का सौदा नहीं रहा. जो 15-20 मिलें संचालित हैं, वह किसी तरह चलाई जा रही है. रुई की वैश्विक डिमांड नहीं होने से कपास के दाम नहीं बढ़ रहे. जिसके कारण कास्तकार मार्केट में माल भी नहीं ला रहे. फलस्वरुप मिल का परिचालन मुश्किल हो रखा है. ऑइल मिलें बंद होने से अमरावती में ही 500-700 रोजगार कम हो गए हैं.