प्रा. बाबा राउत लिखित किताब का हुआ समारोह पूर्वक विमोचन
मित्र एवं विद्यार्थी परिवार ने किया राउत दम्पति का अभिष्टचिंतन
अमरावती/ दि.21 – शहर व जिले सहित विदर्भ क्षेत्र के शैक्षणिक, सांस्कृतिक, धार्मिक व आधात्मिक क्षेत्र में 50 दशक से अधिक समय अपना उल्लेखनीय योगदान देने वाले संत कंवरराम विद्यालय व स्वामी सतरामदास कनिष्ठ महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राचार्य प्रा. बाबा राउत व्दारा लिखित किताब ‘मैं निरंतर चलता रहा’ का गत रोज समारोहपूर्वक विमोचन किया गया. राउत परिवार की ओर से स्थानीय पूजा कॉलोनी स्थित नरहरी प्रार्थना मंदिर में गत रोज आयोजित समारोह में इस किताब का विमोचन करने के साथ ही उपस्थितों व्दारा 75 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर प्रा. बाबा राउत तथा 70 वर्ष की आयु पूर्ण करने पर उनकी पत्नी व साप्ताहिक हिंद हिमालय की संपादिका विजया राउत का सम्मान व अभिष्टचिंतन भी किया गया.
मां कनकेश्वरी देवी जनकल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गांग की अध्यक्षता में आयोजित इस गौरवपूर्ण आयोजन में प्रमुख अतिथि के तौर पर सुश्री रामप्रियाश्री (माई), सुश्री मंगलाश्री (देवी), पूर्व लेडी गवर्नर प्रा. कमलताई गवई, पुस्तक के प्रकाशक व विश्व जागृति मिशन के अमरावती अध्यक्ष नंदलाल खत्री, ख्यातनाम समाजसेवी जुगलकिशोर गट्टानी, संत कंवरराम विद्यालय के पूर्व प्राचार्य जयप्रकाश हासवानी, पीडीएमसी के सर्जिकल हेड डॉ. एन. पी. उमाले, समाजसेविका सरला सिकची, दैनिक वृत्तसागर के संपादक दयालनाथ मिश्रा, डॉ. पंजाबराव देशमुख अर्बन को-ऑपरेटीव बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र महल्ले तथा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश चौधरी उपस्थित थे.
इस अवसर पर ‘मैं निरंतर चलता रहा’ किताब के लेखक प्रा. बाबा राउत ने उम्र के 75 वें वर्ष के पडाव पर पहुंचने के उपरांत अपने व्दारा लिखी गई किताब की भूमिका स्पष्ट करने के साथ ही मध्यप्रदेश की सीमा में स्थित सावंगी नामक छोटे से एक गांव से निकलकर 60 के दशक में अमरावती पहुंचने और फिर अमरावती आने के बाद यहां पर गुजरे अपने जीवन के लम्हों को याद किया. साथ ही इस जीवन यात्रा के दौरान अपने संपर्क में आये विभिन्न लोगों से मिले साथ व सहयोग का भावनात्मक उल्लेख भी किया. इसके साथ ही कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों के तौर पर उपस्थित गणमान्यों ने भी अपने समयोचित विचार व्यक्त करते हुए प्रा. बाबा राउत व्दारा किये गए कामों का गौरवपूर्ण उल्लेख किया और उन्हें भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दी.
इस आयोजन के दौरान प्रा. बाबा राउत व उनकी सुविज्ञ धर्मपत्नी विजया राउत को जन्मदिवस के अवसर पर बधाईयां देने वालों को ताता लग गया था. जिसके तहत सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था, विदर्भ ज्युनियर कॉलेज एसोसिएशन (विज्युक्टा), संत कंवरराम विद्यालय के भुतपूर्व विद्यार्थी संघ (1982) सद्गुरु परिवार, आनंद परिवार, शदानी दरबार, विश्व जागृति मिशन, श्रीकृष्ण भक्त मंडल, पूजा कॉलोनी नागरिक संघ सहित राउत परिवार के हितचिंतकों ने राउत दम्पति का अभिष्टचिंतन किया.
कार्यक्रम में प्रास्ताविक प्रवीण राउत, संचालन अमित राउत व आभार प्रदर्शन पंकज राउत व्दारा किया गया. इस आयोजन में डॉ. एस. के. पुन्शी, डॉ. रामगोपाल तापडिया, डॉ. सिकंदर अडवानी, प्रयाग राउत, नवीन राउत, आशा कदम, संध्या कदम, वसंतराव कदम, पूर्व पार्षद जयश्री डहाके, प्रा. सचिन डहाके, अविनाश म्हाला, सुजाता राउत, भास्कर राउत, शिवानी राउत, वृषाली राउत, वैशाली राउत, विशाल राउत, अंगद राउत, अश्विनी करडके, चेतन करडके, रुपाली खेडकर, मोहन खेडकर, जया भोयर, माया भोयर, बाबासाहब इंगोले, कुमुदिनी उमाले, निलेश कदम, शितल कदम, कल्याण राउत, कनक डहाके, पूर्व पार्षद प्रमोद पांडे व अंजली पांडे, वंदना राजुरकर, मयुरी राजुरकर, सावंगी की सरपंच सुजाता राउत, दिलीप भोंडे, राहुल गायगोले, महादेव घोडकी, गजानन पावडे, अरुण कदम, ज्ञानेश्वर गुडधे, राजीव देशमुख, अशोक काटकपुरे, नरेंद्र निस्ताने, शंकर भुतडा, पवन जयस्वाल, लक्ष्मीकांत खंडेलवाल, मनोज मद्रासी, दीपक सूर्यवंशी, प्रितम जौनपुरी व चंद्रप्रकाश दुबे सहित राउत परिवार के अनेकों हितचिंतक उपस्थित थे.
इस आयोजन को सफल बनाने हेतु प्रवीण राउत, प्रा. सचिन डहाके, प्रा. डॉ. अंजली डहाके, अमित राउत व पंकज राउत व्दारा महत प्रयास किये गए. विशेष उल्लेखनीय है कि, प्रा. बाबा राउत व्दारा लिखित ‘मैं निरंतर चलता रहा’ किताब की बिक्री से प्राप्त होने वाली धनराशि मां कनकेश्वरी देवी जनकल्याण ट्रस्ट को सौंपी जाएगी तथा इस ट्रस्ट व्दारा समाज के गरीब तबको एवं जरुरतमंदों की सेवा करने हेतु इस राशि का उपयोग किया जाएगा.