प्रा. विश्वास जाधव के खिलाफ दर्ज हुआ है झूठा मामला
विविध सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मंडल ने सीपी रेड्डी को सौंपा ज्ञापन
* धमकी व ब्लैकमेलिंग के मामले की सघन जांच करने की उठाई मांग
अमरावती/दि.3 – स्थानीय श्री शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय में योग व क्रीडा शिक्षक के तौर पर विगत 15 वर्षों से कार्यरत रहने वाले प्रा. विश्वास शंकरराव जाधव का समाज एवं शिक्षा क्षेत्र में स्वच्छ व निष्कलंक चरित्र है. साथ ही कॉलेज में आज तक किसी भी बात को लेकर प्रा. जाधव के संदर्भ में कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. परंतु विगत दिनों एक तथाकथित पत्रकार ने कॉलेज की एक छात्रा की आड लेते हुए प्रा. विश्वास जाधव को झूठे मामले में फंसाया गया है. अत: प्रा. विश्वास जाधव को धमकाने और ब्लैकमेलिंग करने से संबंधित इस मामले की सघन जांच की जाए. क्योंकि इस घटना की वजह से विश्वास जाधव एवं उनके परिवार की शैक्षणिक व सामाजिक क्षेत्र में बदनामी व मानहानी हुई है. इस आशय का निवेदन विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों एवं सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत प्रतिष्ठित गणमान्यों के प्रतिनिधि मंडल द्बारा शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी को सौंपे गए ज्ञापन में किया गया है.
इस ज्ञापन में कहा गया कि, यदि शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय में पढने वाली संबंधित छात्रा को प्रा. जाधव ने वाकई किसी भी तरह से प्रताडित किया था, तो उसने सबसे पहले अपने माता-पिता अथवा महाविद्यालय के प्राचार्य के पास शिकायत दर्ज करानी थी. परंतु उक्त छात्रा विनोद गुलदेवकर नामक किसी गुमनाम से पत्रकार के पास पहुंचती है और उसे अपनी आपबीती बताती है. जिसके बाद विनोद गुलदेकर नामक पत्रकार द्बारा प्रा. विश्वास जाधव को फोन पर बदनामी करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जाता है तथा उनसे मामले को दबाने के लिए फिरौती की रकम मांगी जाती है. इसके बाद जब प्रा. विश्वास जाधव द्बारा उस तथाकथित पत्रकार की बातों को अनदेखा व अनसुना किया जाता है, तो उसके बाद प्रा. विश्वास जाधव के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई जाती है. इस पूरे घटनाक्रम को देखकर स्पष्ट हो जाता है कि, प्रा. विश्वास जाधव के खिलाफ सुनियोजित ढंग से षडयंत्र रचते हुए उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है. अत: इस पूरे मामले की सघन जांच करते हुए असली अपराधी को उनके किए की सजा दिलाई जानी चाहिए. ज्ञापन सौंपते समय वासुदेव चौधरी, राजेश राठोड, डॉ. हेमंत जाधव, प्रा. रुपेश फसाटे, एड. प्रभाकर वानखडे, एस. बी. वर्हेकर, अजय जाधव, ज्ञानेश्वर बनकर, राजू राउत, सुरज ढोके, प्रविण राउत, प्रकाश उतलकर, शंकर राउत, वर्षतला जाधव, एड. नंदेश्वर अंबाडकर, श्रीकृष्ण आगले, विजय असंभे, विठ्ठल राउत, रामहरी राउत, गोपाल उकलकर, नंदकिशोर वाघमारे, अमोल जाधव आदि उपस्थित थे.