अब कुत्तों में फैल रहा पायरो वायरस
शहर में रोजाना 100 से अधिक पालतु कुत्तों का हो रहा इलाज
अमरावती/दि.13– इन दिनों अमरावती शहर व जिले सहित राज्य के कई जिलों में पालतु कुत्तों सहित आवारा कुत्तों में पायरो वायरस से होनेवाली बीमारी का संक्रमण फैल रहा है. ऐसे में स्थानीय सरकारी पशु चिकित्सालय में रोजाना 100 से अधिक कुत्ते इलाज हेतु लाये जा रहे है. वहीं पशुधन विकास विभाग द्वारा भी सभी तरह के कुत्तों को रैबीज व पायरो वायरस से बचने हेतु प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का टीका लगाये जाने को लेकर आवाहन किया गया है.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पशुधन विकास अधिकारी डॉ. देवराव हटकर द्वारा बताया गया कि, कैनाईन पायरो वायरस का संक्रमण होने के बाद कुत्तों में डायरिया, डिसेंट्री व उलटी जैसी समस्याएं देखी जाती है. यदि इस वायरस से संक्रमित कुत्तों का समय पर इलाज नहीं कराया गया, तो उनकी 8 से 10 दिन में मौत भी हो सकती है. डॉ. हटकर के मुताबिक इन दिनों रोजाना 100 से 125 कुत्तों को उपचार हेतु पशु शल्य चिकित्सा अस्पताल में लाया जा रहा है. जिसमें से 80 फीसद कुत्तों में इस संक्रामक बीमारी के लक्षण देखे गये है. इस वायरस के संक्रमण में आनेवाले कुत्ते खाना-पीना छोड देते है. ऐसे में यह लक्षण दिखाई देते ही उन्हेें तुरंत इलाज हेतु लाना चाहिए.
* आवारा कुत्तों से ज्यादा खतरा पालतु व ब्रीडेड को
कुत्तों में तेजी से फैल रहे इस वायरस के संक्रमण को लेकर जानकारी देते हुए डॉ. भटकर ने बताया कि, शहर की गलियों में आवारा घुमनेवाले कुत्तों की रोग प्रतिकारक क्षमता अपेक्षाकृत तौर पर काफी बेहतर होती है. वहीं घरों में पाले जानेवाले गावरानी व ब्रीडेड कुत्तों की रोग प्रतिकारक क्षमता कुछ हद तक कम होती है. ऐसे में पालतु कुत्तों के इस संक्रामक वायरस की चपेट में आने का खतरा भी कुछ अधिक होता है. जिसके चलते सभी पालतु कुत्तों को रैबीज व पायरो वायरस के संक्रमण से बचाने हेतु उन्हें प्रतिबंधात्मक वैक्सीन लगायी जानी चाहिए.
* इंसानों को कोई खतरा नहीं
डॉ. भटकर ने बताया कि, इस वायरस का संक्रमण कुत्तों के जरिये कुत्तों में ही फैलता है और इंसानों के लिए इस वायरस का कोई खतरा नहीं होता. हालांकि इस समय तक कुछ बकरियों में भी इस वायरस के संक्रमण का खतरा देखा गया है. अत: सभी पालतु कुत्तों व बकरियों को एंटीवायरस वैक्सीन का टीका लगाया जाना चाहिए.