अमरावती

श्रवणबाल निराधार योजना का रुका हुआ अनुदान शीघ्र वितरित करें

रुपेश वालके का सीएम को पत्र

* अनशन व घंटानाद आंदोलन की चेतावनी
मोर्शी/दि.29– निराश्रित नागरिकों के जीवन को सुखमय बनाने के लिए सरकार द्वारा निराश्रित नागरिकों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती है. लेकिन विगत 6 माह से संजय गांधी निराधार योजना एवं श्रवण बाल योजना के हजारों लाभार्थियों की सब्सिडी बंद कर दी गई है. त्योहार के दौरान लाभार्थियों की स्थिति काफी खराब होने से राकांपा तहसील उपाध्यक्ष रूपेश वालके के नेतृत्व में संजय गांधी, श्रवणबाल योजना के लाभार्थियों की बैठक हुई. रुपेश वालके ने कहा कि, सरकार बड़े-बड़े प्रोजेक्ट पर करोड़ों रुपये खर्च करती है. यह गर्व की बात है. लेकिन सरकार ने बेसहारा लोगों से मुंह मोड़ लिया है, लाभार्थियों के लिए सचमुच भूखे मरने की नौबत आ गई है. अनुदान के बारे में तहसील विभाग से पूछताछ करने पर वरिष्ठ स्तर से अनुदान नहीं मिला ऐसा कहा जाता है. आगामी आठ दिनों में लाभार्थियों को अनुदान नहीं दिया तो मोर्शी तहसील कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन व घंटानाद आंदोलन किया जाएगा, यह चेतावनी राकांपा तहसील उपाध्यक्ष तथा ग्राम पंचायत सदस्य रूपेश वालके ने सीएम, डिप्टी सीएम को प्रेशित किए पत्र में दी है.
* निराधार योजना समिति कागजों पर
महाराष्ट्र राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा अमरावती जिले के पालकमंत्री होने के बाद भी अमरावती जिले के मोर्शी तहसील सहित अन्य तहसील में बर्खास्त की निराधार योजना की नई समितियां अब भी कागजों पर ही है. एक तरफ नई समिति में नियुक्ति के लिए कर्मचारी संघर्ष कर रहे हैं तो दूसरी तरफ इस योजना का लाभ पाने के लिए निराधार लाभार्थी भटक रहे है.
निराधार व्यक्ति पूरी तरह से दूसरों पर निर्भर होते हैं, इसलिए उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ-साथ समय पर वित्तीय सहायता भी दी जानी चाहिए. ताकि पैसे का इस्तेमाल दवाइयां खरीदने के साथ-साथ रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी किया जा सके. योजना के तहत लाभार्थी को 1 हजार रुपये की मासिक अनुदान दिया जाता है. लेकिन हजारों लाभार्थी वित्तीय संकट में हैं क्योंकि उन्हें पिछले कुछ महीनों से मानधन नहीं मिला है.
– रूपेश वालके, उपाध्यक्ष,
राकांपा, मोर्शी तहसील

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