अमरावती

राज्य के मंत्रियों को चाहिए मर्सिडीज कार?

मंत्री के स्वीय सहायक और कार्यकर्ताओं व्दारा दौरे में सरकारी वाहनों का होता है इस्तेमाल

इनोवा से एलर्जी
अमरावती/ दि.24 – राज्य के कैबिनेट, राज्यमंत्रियों को दौरे में सरकारी वाहनों की सुविधा दी जाती हैं. अधिकांश जिलों में मंत्रियों के लिए इनोवा वाहन सेवा में रहते है, लेकिन मंत्रियों को अपने दौरे में मर्सिडीज कार ही चाहिए. इस कारण मंत्रियों के कारवे में सरकारी वाहन इनोवा का इस्तेमाल उनके स्वीय सहायक और कार्यकर्ताओं व्दारा किया जाता है. मंत्रियों को सरकारी वाहन की एलर्जी रहने से उसपर होने वालाा इंधन खर्च, चालकों का वेतन शासकीय तिजोरी से दिया जाता है, यह सच्चाई है.
मंत्रियों के दौरे में दिये जाने वाले वाहनों का नियंत्रण जिलाधिकारी के पास रहता है. मंत्रियों के दौरे में वाहन देने के पूर्व उस वाहन की आरटीओ व्दारा जांच की जाती है. मंत्री का दौरा रहा कि, जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से वाहन, चालक आदि सुविधा की जाती है, लेकिन मंत्री दौरे पर आये तो वह मर्सिडीज से ही दौरा करते है. वैसा देखे तो यह मर्सिडीज मंत्रियों की निजी रहती है अथवा किसी बडे नेता अथवा पार्टी के पदाधिकारी की रहती है. इस कारण मंत्री के दौरे में सरकारी वाहन का इस्तेमाल स्वीय सहायक और कार्यकर्ता ही करते है. मंत्री के सरकारी वाहन बाबत अमरावती के निवासी उपजिलाधिकारी विवेक घोडके से संपर्क करने पर वे उपलब्ध नहीं हो पाये. इस कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी.
विधायक के वाहनों को पुरानी ही नंबर प्लेट
विधानसभा और विधान परिषद के कुछ विधायकों के वाहनों की नंबर प्लेट पुराने स्वरुप की ही दिखाई देती है. उनके वाहनों पर विधिमंडल का स्टीकर रहता है. इस कारण आरटीओ अथवा पुलिस उनके वाहनों पर कार्रवाई नहीं करती. विधायकों की अनुपस्थिति में उनके परिवार के सदस्य व उनके रिश्तेदार इन वाहनों का इस्तेमाल करते है, लेकिन अनेक विधायकों के वाहनों पर परिवहन आयुक्त के गाइडलाइन के मुताबिक नंबर प्लेट नहीं है.

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