अमरावती

रबी कर्ज वितरण 287 करोड के बाद बंद

अप्रैल माह से खरीफ के लिए वितरित होगा अब कर्ज

अमरावती/दि.15- औसतन से अधिक बारिश होने से खरीफ फसलों का नुकसान होने के कारण किसानों की आशा रबी सत्र पर रहती है. इस सत्र के लिए जिला बैंक को छोडकर अन्य बैंकों ने 22 हजार 322 किसानों को 287.85 करोड रुपए का फसल कर्ज वितरण किया है. इसका प्रतिशत 64 है. बैंकों ने रबी का कर्ज वितरण अब बंद कर दिया है. अप्रैल माह से फिर से खरीफ के लिए वितरण शुरु किया जाने वाला है.
इस बार रबी सत्र के लिए बैंकों को 450 करोड रुपए कर्ज वितरण का लक्ष्य दिया गया था. शुरुआत में कजर्र् वितरण धीमी गति से किया गया, लेकिन बैंकों से हाथ खुला कर कर्ज वितरण को गति दी और 64 प्रतिशत फसल कर्ज वितरण किया गया. खरीफ व रबी सत्र मिलाकर इस बार 1850 करोड रुपए कर्ज वितरण का लक्ष्य बैंकों को दिया गया था. इस तुलना में बैंकों ने अब तक 1.47 लाख खातेदारों को 1478 करोड का वितरण किया है. इसका प्रतिशत 87 है. राष्ट्रीयकृत बैेंकों को 346 करोड का टार्गेट दिया गया था. इस तुलना में 285 करोड का वितरण इन बैंकों ने किया है. ग्रामीण बैंक को 4 करोड का लक्ष्य रहते 84 लाख का केवल 21 प्रतिशत कर्ज वितरण किया गया. जबकि किसानों की बैंक के रुप में पहचानी जाती जिला बैंक को 100 करोड रुपए का लक्ष्य दिया रहते कर्ज वितरण शून्य प्रतिशत किया गया है. विशेष यानी बैंकों को किसानों के लिए कर्ज वितरण की सूचना देने के बावजूद उसे गंभीरता से नहीं लिया गया. इस कारण किसान भी हलाकान दिखाई देते है.
* बैंक निहाय रबी का कर्ज वितरण
बैंक ऑफ बडोदा 9.85 करोड, बैंक ऑफ इंडिया 5.22 करोड, बैंक ऑफ महाराष्ट्र 37.56 करोड, कैनरा बैंक 1.60 करोड, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 50.30 करोड, इंडियन बैंक 5.97 करोड, इंडियन ओवरसिज बैंक 1.62 करोड, पंजाब नेशनल 5.23 करोड, एसबीआई 139.58 करोड, युनियन बैंक 11.27 करोड, एचडीएफसी 6.75 करोड, आईसीआईसीआई 6.42 करोड और आईडीबीआई बैंक ने 2.34 करोड का कर्ज वितरण किया है.
* खरीफ के कर्ज वितरण का नियोजन कब?
एसएलबीसी व्दारा बैठक होने पर जिला निहाय लक्ष्य व फसल निहाय कर्ज वितरण के दर निश्चित होते है. उसके बाद जिलास्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होती है और इसमें एसएलबीसी टार्गेट तथा फसल कर्ज वितरण निश्चित किया जाता है. मार्च के पूर्व यह प्रक्रिया की जाती है. इस बार अभी तक बैठक न होने की जानकारी है.

Related Articles

Back to top button