युवा स्वाभिमानियों का सेना कार्यालय पर राडा
तोडफोड करने के साथ ही पेट्रोल छिडककर आग लगाने की भी कोशिश
* देर रात राजापेठ परिसर में रहा सनसनी व हडकंप का माहौल
* राजापेठ पुलिस तुरंत आयी एक्शन में, 4 को किया गिरफ्तार, मेडिकल जांच में चारों पाये गये शराब पीये हुए
* अन्य तीन आरोपियों की चल रही सरगर्मी से तलाश जारी
* हंगामे की घटना से शहर की राजनीति में मची सनसनी
* शिवसेना व युवा स्वाभिमान के बीच टकराव तेज होने के पूरे आसार
अमरावती/दि.5– इस समय हनुमान चालीसा पठन को लेकर जहां एक ओर समूचे राज्य में राजनीतिक वातावरण तपा हुआ है, वहीं दूसरी ओर शिवसेना व युवा स्वाभिमान के बीच जबर्दस्त रार व तकरार की स्थिति के साथ ही टकराववाला माहौल बना हुआ है, जो अब और भी अधिक बढता दिखाई दे रहा है. इसी के तहत बीती रात युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने राजापेठ परिसर स्थित शिवसेना के महानगर कार्यालय पर धावा बोलते हुए वहां जमकर तोडफोड की और कथित तौर पर पेट्रोल छिडककर कार्यालय में आग लगाने का भी प्रयास किया. इसकी जानकारी मिलते ही राजापेठ पुलिस तुरंत एक्शन में आयी और घटना के कुछ ही देर बाद युवा स्वाभिमान पार्टी से वास्ता रखनेवाले अभिजीत देशमुख, अनिकेत देशमुख, मंगेश कोकाटे, अनुप अग्रवाल को हिरासत में लिया गया. जिनके खिलाफ भादंवि की धारा 452, 143, 147, 148, 188 व दारूबंदी की धारा 85 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. साथ ही इस मामले में तीन अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
बता दें कि, युवा स्वाभिमान पार्टी के संस्थापक व विधायक रवि राणा तथा उनकी पत्नी व सांसद नवनीत राणा द्वारा विगत माह राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को हनुमान जयंती के अवसर पर अपने आवास पर हनुमान चालीसा पढने की सलाह ही गई थी और ऐसा नहीं करने पर खुद ‘मातोश्री’ बंगले पर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद शिवसेना के महानगर पदाधिकारियों द्वारा राणा दम्पति के शंकर नगर परिसर स्थित आवास के सामने प्रदर्शन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया गया था. वहीं सीएम उध्दव ठाकरे के घर के सामने हनुमान चालीसा का पठन करने की जिद पर अडे हुए राणा दम्पति शुक्रवार 22 अप्रैल को मुंबई पहुंच गये थे. जिन्हें शनिवार 23 अप्रैल को मुंबई की खार पुलिस द्वारा माहौल बिगाडने व अराजकता फैलाने के साथ ही सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. साथ ही उनके खिलाफ राजद्रोह की धारा भी लगायी गई थी. पश्चात राणा दम्पति को करीब 11 दिनों तक न्यायिक हिरासत के तहत मुंबई की दो अलग-अलग जेलों में बंद रखा गया. जहां से उन्हें कल बुधवार 4 मई को मुंबई की अदालत द्वारा कुछ शर्तों के तहत जमानत दी गई. राणा दम्पति को जमानत मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने यह खबर मिलते ही अमरावती में जमकर जश्न मनाया और इसी जश्न के उत्साह में विगत कई दिनों से चली आ रही अदावत के तहत बीती रात युवा स्वाभिमान पार्टी से वास्ता रखनेवाले कुछ लोग राजापेठ परिसर पहुंचे. जहां पर शिवसेना का महानगर कार्यालय स्थित है. यहां पर युवा स्वाभिमानियों ने ‘जोश में होश’ खोते हुए शिवसेना के महानगर कार्यालय पर धावा बोला और कार्यालय के भीतर घुसकर वहां रखे कुर्सी व टेबल को इधर-उधर फेंकते हुए तोडफोड की. साथ ही इस समय युवा स्वाभिमानियों द्वारा कार्यालय में उपस्थित वैभव कलसकर नामक केयरटेकर के साथ धक्कामुक्की करते हुए मारपीट भी की गई और सेना भवन के सामने जमकर आतिशबाजी भी की. आरोप के मुताबिक इस समय युवा स्वाभिमानियों द्वारा सेना भवन के भीतर पेट्रोल छिडककर आग लगाने का भी प्रयास किया गया.
* शिवसैनिकों का लगने लगा जमावडा
रात करीब 8.30 बजे युवा स्वाभिमानियों द्वारा शिवसेना भवन में किये गये इस हंगामे को देखते हुए पूरे राजापेठ परिसर में जबर्दस्त हडकंप व सनसनी का माहौल बन गया और घटना की जानकारी मिलते ही शिवसेना के जिला प्रमुख सुनील खराटे, राजेश वानखडे व श्याम देशमुख, पूर्व महानगर प्रमुख प्रवीण हरमकर तथा आशिष धर्माले सहित शिवसेना के अनेकों पदाधिकारी व शिवसैनिक तुरंत राजापेठ परिसर स्थित शिवसेना भवन पहुंचे. जहां पर हालात का जायजा और पूरी जानकारी लेने के बाद सभी ने राजापेठ पुलिस थाने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करायी. इस समय तक राजापेठ पुलिस के अधिकारी भी दल-बल सहित मौके पर पहुंच चुके थे और त्वरित कदम उठाते हुए युवा स्वाभिमान से वास्ता रखनेवाले अभिजीत देशमुख, अनिकेत देशमुख, मंगेश कोकाटे, अनुप अग्रवाल को हिरासत में लिया गया. जिनके खिलाफ वैभव कलसकर की शिकायत पर भादंवि की धारा 452, 143, 147, 148, 188 व दारूबंदी की धारा 85 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. पता चला है कि, हिरासत में लिये जाने के बाद जब चारों आरोपियों को मेडिकल जांच हेतु इर्विन अस्पताल ले जाया गया, तो मेडिकल जांच में पाता चला कि, चारों ही लोग शराब पीये हुए है. इसके साथ ही इस मामले में तीन अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है, जिनके नामों का खुलासा पुलिस द्वारा फिलहाल नहीं किया गया है.
* शहर में राजनीति हो सकती है और भी तनावपूर्ण
उल्लेखनीय है कि, विगत लंबे समय से युवा स्वाभिमान पार्टी तथा शिवसेना के बीच टकराववाली स्थिति बनी हुई है और यह टकराव हनुमान चालीसा पाठवाले मामले के बाद और भी अधिक बढ गया है. जिसमें राणा दम्पति की गिरफ्तारी ने आग में घी डालने का काम किया. वहीं अब राणा दम्पति के जमानत पर रिहा होते ही युवा स्वाभिमानियों का जोश उबाल मारने लगा है. जिसके तहत बीती रात शिवसेना भवन पर हमले की वारदात हुई. ऐसे में यह निश्चित है कि, बहुत जल्द शिवसेना की ओर से इसे लेकर युवा स्वाभिमान पर पलटवार किया जायेगा. जिसकी ओर अब सभी की निगाहें लगी हुई है.
* पहले से कई मामलों में नामजद है अनूप अग्रवाल व अभिजीत देशमुख
– अग्रवाल की तडीपारी का आदेश भी जारी हुआ था
विशेष उल्लेखनीय है कि, कल शिवसेना भवन पर हंगामा व तोडफोड करने के मामले को लेकर हिरासत में लिये गये चार आरोपियों में से अनूप अग्रवाल व अभिजीत देशमुख इससे पहले भी कई संगीन अपराधिक मामलों में नामजद हो चुके है और अपराधिक वारदातों में संलिप्तता को देखते हुए पुलिस द्वारा अनूप अग्रवाल को शहर सहित जिले से तडीपार करने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया था. हालांकि बाद में इस तडीपारी आदेश को स्थानीय संभागीय राजस्व आयुक्त द्वारा रद्द किया गया था. पता चला है कि, अनूप अग्रवाल पर इससे पहले राजापेठ पुलिस थाने में धारा 324 व 326 के तहत मारपीट करने तथा 392 के तहत छिना-झपटी व चोरी करने के अपराध दर्ज है. साथ ही पूर्व पार्षद तुषार भारतीय के घर पर हुए हमलेवाले मामले को लेकर अनूप अग्रवाल के खिलाफ दंगा करने व उत्पात मचाने के मामले भी दर्ज है. वहीं अभिजीत देशमुख के खिलाफ गाडगेनगर पुलिस थाने में कई अपराधिक मामले पहले से दर्ज है. जिनमें छेडछाड व विनयभंग जैसे अपराधिक मामलों का भी समावेश है. ऐसे में पुलिस इन दोनों आरोपियों को हिस्ट्रीशिटर मानकर चल रही है और अब सभी की निगाहें इस मामले में पुलिस द्वारा की जानेवाली कार्रवाई की ओर लगी हुई है.