अमरावती

आदिवासी अंचल में रास्तो की दुर्दशा

परसापुर-टेबरुसोंडा- खोंगड़ा मार्ग के डांबरीकरण की मांग

परतवाड़ा/मेलघाट/दी. १७-आदिवासी अंचल की चिखलदरा और धारणी तहसील को जोड़ते परसापुर -टेबरुसोंडा और धामनगावँ गढ़ी इस पक्की सड़क की हालत अत्यंत खस्ता हो चुकी है.इस सड़क का डांबरीकरण करना बहुत जरूरी हो चुका है.संबंधित विभाग द्वारा सिर्फ सड़क के गढ्ढो पर पैच लगाकर काम निपटाया जा रहा है.यह संपूर्ण मार्ग पूरी तरह से उखड़ने के कारण हमेशा हादसों की आशंका बनी रहती है. धामनगावँ से खोंगड़ा और परसापुर से व्हाया गौरखेड़ा बाजार टेबरूसोंडा तक की सड़क को पुनः निर्माण करने की मांग स्थानीय नागरिको द्वारा की जा रही है.
परसापुर से आगे गौरखेड़ा की तरफ जाते मार्ग पर गढ्ढे ही गढ्ढे होने से वाहनचालकों को छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं का रोजाना सामना करना पड़ता है.विगत दो-तीन वर्षो से नागरिको की तरफ से पक्की सड़क के पुनर्निर्माण की मांग की जा रही है.लोक निर्माण विभाग अचलपुर ने एक-दो नही बल्कि तीसरी मर्तबा सड़क के गढ्ढो  को बुझाने की शुरुआत कर रखी है.सड़क के गड्ढे को बुझाने अथवा सड़क पर थिंग्गल लगाने का नागरिको अथवा वाहनचालकों को कोई फायदा नहीं होने की बात लोग कर रहे है.लोक निर्माण विभाग सिर्फ शासकीय निधि का किसी तरह उपयोग कर रहे है.मेलघाट अंचल के अत्यंत महत्वपूर्ण मार्गो की दुर्दशा हो चुकी है.हरिसाल से आकोट,ढाकना से बेलकुंड, घटांग से डोमा आदि सड़को को नया बनाना जरूरी हो चुका है.विभाग द्वारा सिर्फ लीपापोती की जा रही है.परिसर की सड़कों की अवस्था पगडंडी मार्ग समान हो चुकी है.गोर गरीब आदिवासी जनता को अस्थायी काम करके शासकीय निधि को हड़पने का आरोप नागरिको द्वारा लगाया जा रहा है.
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