रघुवीर प्रतिष्ठान ने शहरवासियों को दी अनोखी धार्मिक सौगात
55 किलो चॉकलेट से बनाया हूबहू राम मंदिर
* 92 घंटे में हुआ साकार
* प्रियेशभाई पोपट की संकल्पना
अमरावती/दि.22-अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर की हूबहू प्रतिकृति 55 किलो चॉकलेट से साकार कर पुन: शहरवासियों को धार्मिक सौगात रघुवीर परिवार की ओर से अमरावती वासियों को पुन: एक नई सौगात उपलब्ध कराई गई है. नित नई सौगात देने के लिए विख्यात रघुवीर मिठाइयां- नमकिन-बेकरी प्रोडक्ट की ओर से यह प्रतिकृति साकार की गई. रघुवीर मिठाइयां-नमकीन व बेकरी प्रोडक्ट के प्रमुख प्रियेशभाई दिलीपभाई पोपट की संकल्पना से चॉकलेट से मंदिर की प्रतिकृति साकार की गई. लगातार 92 घंटे 4 कारीगरों ने कार्य कर इस राम मंदिर की प्रतिकृति को साकार किया.
करीब 4 बाय 2 फुट की साइज में निर्मित राम मंदिर की प्रतिकृति के 15 शिखर पर पताके लहराते दिखाई दे रहे हैं. प्रियेशभाई पोपट ने बताया कि, 22 जनवरी को अयोध्या में निर्मित राम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रामलला की प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा की जायेगी. प्राणप्रतिष्ठा समारोह को लेकर समूचे देश में धार्मिक उत्साह है. चारों ओर दीपावली से भी बढ़कर उत्साह बना हुआ है. ऐसे में रघुवीर प्रतिष्ठान में आने वाले ग्राहकों को राम मंदिर की प्रतिकृति का दर्शन हो, इस उद्देश्य से चॉकलेट से मंदिर की प्रतिकृति साकार की. यह मंदिर श्याम चौक स्थित रघुवीर प्रतिष्ठान के बेकरी काउंटर पर स्थापित किया गया है. एसी के सामने चॉकलेट से निर्मित मंदिर रहने से यह दो दिनों तक सुरक्षित रहेगा.
प्रियेशभाई पोपट ने बताया कि, श्याम चौक के अलावा राजापेठ स्थित रघुवीर प्रतिष्ठान, दशहरा मैदान के सामने व सांगली के रघुवीर प्रतिष्ठान में भी चॉकलेट से निर्मित राम मंदिर की प्रतिकृति रखी गयी है. इसे बिक्री के लिए नहीं, बल्कि एक उत्सव के मद्देनजर साकार करने की बात प्रियेशभाई पोपट ने कही.
* प्रतिकृति ग्राहकों का रही मुख्य आकर्षण
श्याम चौक स्थित रघुवीर प्रतिष्ठान में बेकरी काउंटर पर 55 किलो चॉकलेट से निर्मित राम मंदिर की हूबहू प्रतिकृति रखी गयी है.
इस मंदिर की सेल्फी लेने के लिए मानो ग्राहकों में होड़ मची हो. छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग तक चॉकलेट से निर्मित राम मंदिर की प्रतिकृति की तस्वीर मोबाइल में खींचते दिखाई दिए.
* जन्माष्टमी पर दहीहांडी साकार
रघुवीर के प्रियेशभाई पोपट ने बताया कि, इसके पहले जन्माष्टमी पर दहीहांडी केक बनाया गया था. 60 किलो का टायटेनिक केक भी बनाया गया था, जिसे शहरवासियों ने काफी पसंद किया था.