अमरावती

मेलघाट में टीकाकरण को लेकर राहुल गांधी ने की सराहना

ट्विटर पर स्थानीय प्रशासन का किया अभिनंदन

  • प्रशासन कर रहा कोरकू भाषा में जनजागृति

अमरावती/दि.12 – आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र की चिखलदरा व धारणी तहसील में जहां एक ओर भौगोलिक परिस्थितियों के चलते कोविड टीकाकरण अभियान में कई तरह की दिक्कतें आ रही है. वहीं दूसरी ओर मेलघाट के आदिवासियों में व्याप्त अंधश्रध्दा की वजह से भी कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन द्वारा आदिवासियों को उनकी अपनी कोरकू भाषा में जागरूक किया जा रहा है. साथ ही अब तक चार गांवों में 100 फीसदी टीकाकरण किया जा चुका है. जिसकी जानकारी मिलने पर कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी ने इस कार्य हेतु प्रशासन का अभिनंदन करते हुए एक ट्विट किया है.
बता दें कि, मेलघाट में आदिवासी टीकाकरण के लिए आगे नहीं आने की बात ध्यान में आते ही आदिवासी प्रकल्प अधिकारी मिताली सेठी, चिखलदरा की तहसीलदार माया माने, मेलघाट के विधायक राजकुमार पटेल, जिप के समाजकल्याण सभापति दयाराम काले, सभापति बंसी जामकर, जिप सदस्य वासंती मगरोले, गट विकास अधिकारी प्रकाश पोल, तहसील वैद्यकीय अधिकारी सतीश प्रधान, वैद्यकीय अधिकारी तिलक पींपलकर व आदित्य पाटील, जिप सदस्य पूजा राहूल येवले तथा युवक कांग्रेस के पीयूष मालवीय सहित स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इसे बेहद गंभीरता से लिया गया और टीकाकरण के संदर्भ में आदिवासियों के बीच जनजागृति करनी शुरू की गई.
कोविड टीकाकरण को लेकर मेलघाट के कोरकू आदिवासियों में काफी बडे पैमाने पर संभ्रम फैला हुआ था. ऐसे में आदिवासी गांवों में पहुंचनेवाले स्वास्थ्य पथकों को बिना टीकाकरण किये ही वापिस लौटना पडता था. दिनभर टीकाकरण केंद्र पर स्थानीय नागरिक नहीं आने की वजह से जिले के अन्य हिस्सों में रहनेवाले नागरिक कोविन ऍप व पोर्टल पर मेलघाट के टीकाकरण केंद्रों पर ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करवाते हुए यहां आकर वैक्सीन लगवाने लगे थे. ऐसे में स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र के आदिवासियों को यहां की कोरकू भाषा में समझाने के लिए गांव-गांव और हर एक घर का दौरा किया गया. साथ ही गांवों में रोजाना शाम को चौपाल बैठक लेते हुए आदिवासियों को टीकाकरण के बारे में जागरूक किया गया.
बता दें कि, चिखलदरा तहसील के गिरगुटी गांव में कांग्रेस की जिप सदस्य वासंती मंगरोले द्वारा सबसे पहले कोविड टीकाकरण शिबिर का आयोजन किया था. जहां पर दिनभर के दौरान केवल एक आदिवासी महिला ने वैक्सीन लगवायी. उस समय आदिवासियों में यह अफवाह फैल गयी थी कि, वैक्सीन लगवानेवाले व्यक्ति की मौत हो जाती है. जिसके बाद क्षेत्र के पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने बडे पैमाने पर जनजागृति करनी शुरू की. जिसके परिणाम स्वरूप अब चीचखेडा, रूईफाटा, काकादरी व बहादुरपूर इन चार गांवों में शत-प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है. साथ ही प्रशासन द्वारा अन्य गांवों में टीकाकरण का प्रमाण बढाने हेतु प्रयास किया जा रहा है.
ट्विटर पर एक पोर्टल के जरिये मेलघाट में चलाये गये टीकाकरण अभियान की जानकारी से अवगत होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहूल गांधी ने चिखलदरा के तहसील प्रशासन व स्थानीय पदाधिकारियों की सराहना की है. जिसकी वजह से मेलघाट क्षेत्र के अधिकारियों, पदाधिकारियों व सर्वसामान्य लोगों में उत्साह की लहर देखी जा रही है.

  • आदिवासियों को कोरकू भाषा में टीकाकरण को लेकर जागरूक किया जा रहा है. जिसकी सराहना सांसद राहुल गांधी जैसे बडे नेता द्वारा की गई. इससे हम सभी का उत्साह बढा है.
    – माया माने
    तहसीलदार, चिखलदरा

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