रि-शेड्यूलिंग से यात्री हुए त्रस्त
अमरावती दि.27- समीपस्थ मालखेड व टिमटाला रेल्वे स्टेशन के बीच ऐन दीपावली से पहले मालगाडी के 17 डिब्बे पटरी से उतर गये थे. जिसका सीधा असर यहां से होकर गुजरनेवाली रेलगाडियों की आवाजाही पर पडा था. पश्चात रेल महकमे ने युध्द स्तर पर काम करते हुए पटरी से उतर जानेवाले डिब्बों को यहां से हटाया. साथ ही रेल्वे पटरियों को दुरूस्त करते हुए अगले 33 घंटे के भीतर यहां से रेल यातायात को शुरू कराया. ऐसे में बडनेरा से होकर गुजरनेवाले अप व डाउन रेल मार्ग पर पहले की तरह रेल यातायात शुरू हो गया है. लेकिन अब भी कई रेल गाडियां काफी विलंब से चल रही है और ट्रेनों की रि-शेड्यूलिंग की वजह से सर्वसामान्य रेलयात्री काफी त्रस्त हो गये है.
बता दें कि, बीते रविवार की रात 11.33 बजे के आसपास टिमटाला के निकट कोयल से भरी मालगाडी के करीब 17 डिब्बे पटरी से नीचे उतर गये. जिसमें से कई डिब्बे उलट भी गये. जिससे दूसरी ओर के रेल्वे ट्रैक पर पूरा कोयला जा गिरा. इस हादसे की जानकारी मिलते ही यहां से होकर गुजरनेवाली अप व डाउन रेलगाडियों को चांदूर बाजार व नरखेड होकर नागपुर व बडनेरा के बीच चलाया गया. साथ ही मध्य रेल्वे के भुसावल व नागपुर रेल मंडल के अधिकारियों व कर्मचारियों ने युध्दस्तर पर काम शुरू करते हुए बेपटरी हुए मालगाडी के डिब्बों को यहां से हटाने तथा क्षतिग्रस्त हुई रेल पटरी को दुरूस्त करने का काम शुरू किया. जिसके चलते मंगलवार की सुबह 7 बजे तक दोनों ओर का रेल यातायात सुचारू हो गया. लेकिन इस दौरान रि-शेड्यूल की गई कई रेलगाडियां अब भी अपने निर्धारित समय से कुछ घंटों की देरी के साथ चल रही है. जिसकी वजह से दोनों ओर के रेल यात्रियों को काफी परेशानियों व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है.
* हादसे की वजह अब तक अज्ञात
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, यद्यपि दीपावली से ठीक पहले रविवार की रात हुए हादसे के बाद मंगलवार की सुबह से रेल यातायात एक बार फिर पहले की तरह सुचारू हो गया है. लेकिन अब तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है कि, आखिर दीपावली वाली रात कोयले से लदी मालगाडी के 17 डिब्बे पटरी से नीचे कैसे उतरे गये थे और यह हादसा घटित होने के पीछे क्या वजह रही.