अमरावती

रेल यात्रा ने पकडी रफ्तार, 52 गाडिया लौटी पटरी पर

अमरावती/दि.25 – विगत 88 दिनों से अपनी विभिन्न मांगों के लिए एसटी कर्मचारियों द्वारा हडताल की जा रही है और इस हडताल की वजह से आम नागरिकों को जबर्दस्त तकलीफों का सामना करना पड रहा है. साथ ही सरकारी बस सेवा बंद रहने के चलते रापनि स्थानकों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. एवं रापनि की को काफी नुकसान का सामना करना पड रहा है. वहीं दूसरी ओर रेल गाडियों में दिनों-दिन यात्रियों की भीडभाड बढ रही है. इन दिनों यद्यपि कोविड संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. किंतु सभी रेलगाडियों में अच्छी-खासी भीडभाड है. जिससे रेल महकमे को अच्छी-खासी आय हो रही है. इस समय अमरावती व बडनेरा रेलवे स्टेशन से रोजाना करीब 52 रेलगाडियां नियमित तौर पर चल रही है.

फिलहाल शुरू रेलगाडिया

अमरावती – मुंबई एक्सप्रेस
गोंदिया – मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस
हावडा – मुंबई मेल
नागपुर – पुणे गरीबरथ
हावडा – पुणे आजाद हिंद

सर्वसामान्यों की दिक्कत

– कोविड संक्रमण के चलते रेलगाडियों में यात्रा करते समय आरक्षित टिकट लेकर ही यात्रा करनी पडती है.
– पैसेंजर रेलगाडिया बंद रहने के चलते छोटे स्थानकों पर आने-जानेवाले यात्रियों के पास आवागमन का कोई साधन नहीं है.
– यद्यपि मेमू ट्रेन सभी छोटे-बडे स्टेशनों पर रूकती है, किंतु इसकी टिकट एक्सप्रेस के बराबर है. ऐसे में यात्रियों को पहले की तुलना में अधिक पैसा खर्च करना पडता है.

मुंबई की ओर जानेवाली सभी गाडियां हाउसफुल

भुसावल व नागपुर के बीच दौडनेवाली सभी गाडियोें में पुणे व मुंबई के लिए आरक्षण नो-रूम दर्शा रहा है. अमरावती-मुंबई तथा गोेंदिया-मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस अगले दो माह तक हाउसफुल दर्शा रही है.
इसी तरह पुणे की ओर आने-जानेवाली सभी गाडियों में इस समय आरक्षण उपलब्ध नहीं है. नागपुर-पुणे गरीबरथ व हावडा-पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस को यात्रियों द्वारा खास पसंद किया जा रहा है.

बेटिकट यात्रियों की संख्या बढी

इन दिनों रेलगाडियों के सामान्य डिब्बों में भी बिना आरक्षण के प्रवेश नहीं मिलता. लेकिन इसके बाद भी कई लोग आरक्षण तो दूर, बिना टिकट लिये यात्रा करते है. विगत 1 से 23 जनवरी के दौरान ऐसे 64 बेटिकट यात्रियों के खिलाफ बडनेरा के टिकट जांच दल ने दंड वसूली की कार्रवाई की है.

  • रेलवे प्लेटफार्म अथवा दौडती रेलगाडी में बिना टिकट पाये जानेवाले लोगों के खिलाफ दंड वसूली सहित नियमानुसार कार्रवाई की जाती है. जिसके लिए टिकट निरीक्षकों की टीम के साथ ही रेलवे पुलिस व रेलवे सुरक्षा बल कार्यरत है.

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