रेल प्रशासन को नहीं कोरोना संसर्ग की गंभीरता
थर्मल स्क्रीनिंग (Thermal Screening) नियमित करने की मांग
बडनेरा/दि.17 – फिलहाल जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से वृध्दि हुई है. इसी में रेल यात्रियों में मास्क का अभाव, रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की अनियमितता के चलते संसर्ग फैल सकता है, यह बात नकारी नहीं जा सकती. रेलवे प्रशासन ने इसकी गंभीरता से दखल लेना उतना ही जरुरी हुआ है.
बडनेरा रेलवे स्टेशन जिले में चहलपहल वाला व जंक्शन के रुप में परिचित है. यहां से बडा यात्री वर्ग आवागमन करता है. अमरावती जिले में कोरोना के मरीजों में पिछले कुछ दिनों में हरि वृध्दि हुई है. संसर्ग यात्रियों के बीच फैल सकता है. एक रेलवे गाडी में सैकडों यात्री रहते है. देश के कोने-कोने से वे सफर करते रहते है. उनमें भी कोरोना बाबत उदासिनता है. अधिकांश लोग मास्क नहीं लगाते, इस तरह का चित्र है.
रेलवे यात्रियों से कोरोना का संसर्ग न फैले इसके लिए जनरल डिब्बे में भी आरक्षित टिकटा का नियोजन रेलवे प्रशासन ने बनाया है. रेलगाडियों में भीड न हो यह भी इसके पीछे का उद्देश्य है. जिससे भीड टली फिर भी मात्र अधिकांश यात्री मास्क न लगाते हुए ही सफर कर रहे है, ऐसा सामने आ रहा है.
बडनेरा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का थर्मल स्क्रीनिंग नियमित नहीं होता. इस तरह का आरोप नियमों का पालन करने वाले यात्रियों का हैं. कुछ रेलगाडियों के यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होती है तो कुछ गाडियों में यह सुविधा नहीं है. महाराष्ट्र एक्सप्रेस 16 फरवरी को दाखल हुई तब बडनेरा रेलवे स्टेशन पर व बाहर निकलने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं हुई, ऐसा ही कामकाज शुरु रहा तो संसर्ग बढने में रेलवे स्टेशन की भूमिका मुख्य रहेगी. रेलवे स्टेशन पर नियमित स्क्रीनिंग होना जरुरी रहता है. क्योंकि अब रेलवे गाडी व यात्रियों की संख्या में वृध्दि हुई है. यात्रियों से मास्क का इस्तेमाल रेलवे स्टेशन पर हर यात्री का थर्मल स्क्रीनिंग की निगाह प्रशासन ने लेना चाहिए तथा यात्रियों ने भी सतर्क रहना जरुरी है.