प्रा. गोरे आत्महत्या मामले की जांच हेतु यवतमाल पहुंची रेलवे पुलिस
बापूजी अणे महाविद्यालय के लिपीक का दर्ज किया बयान

* 25 लोगों ने जमानत हेतु अदालत में दायर की याचिका
अमरावती /दि.27- यवतमाल के लोकनायक बापूजी अणे महिला महाविद्यालय के प्राध्यापक संतोष उर्फ आप्पा गोरे की आत्महत्या के मामले की जांच करने हेतु मंगलवार की शाम बडनेरा रेलवे पुलिस का दल यवतमाल पहुंचा और बापूजी अणे महिला महाविद्यालय के एक लिपीक का बयान दर्ज किया गया. इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि, प्रा. संतोष गोरे ने अपने सुसाईड नोट में जिन 34 लोगों के नामों का उल्लेख किया था, उसमें से 25 लोगों ने जमानत मिलने हेतु अदालत में याचिका दायर की है और अदालत ने इन याचिकाओं पर सुनवाई हेतु 29 मार्च की तारीख दी है.
बता दें कि, यवतमाल स्थित बापूजी अणे महिला महाविद्यालय में अंग्रेजी विषय हेतु सहायक प्राध्यापक के तौर पर कार्यरत रहनेवाले प्रा. संतोष गोरे ने विगत रविवार व सोमवार की दरम्यानी रात धामणगांव रेलवे स्टेशन पर मालगाडी के नीचे आकर आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या करने से पूर्व लिखे गए अपने सुसाईड नोट में प्रा. संतोष गोरे ने 34 लोगों के नामों का उल्लेख करते हुए उन सभी 34 लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार बताया था. ऐसे में मामले की जांच हेतु बडनेरा रेलवे पुलिस का 5 सदस्यीय दल मंगलवार की शाम यवतमाल पहुंचा तथा वहां पर बापूजी अणे महिला महाविद्यालय के एक लिपीक का बयान दर्ज किया. इसके साथ ही बडनेरा रेलवे पुलिस के दल ने प्रा. संतोष गोरे के घर पर भी भेंट दी और गोरे परिवार के सदस्यों से पूरे मामले को लेकर जानकारी दी. इसके उपरांत सुसाईड नोट में नाम दर्ज रहनेवाले 34 लोगों के खिलाफ बडनेरा पुलिस थाने में आत्महत्या हेतु उकसाने का मामला दर्ज किया गया. पता चला है कि, फिलहाल यह सभी 34 लोग गायब है और इसमें से 25 लोगों ने अमरावती के अदालत में गिरफ्तारी पूर्व जमानत मिलने हेतु याचिका दायर की है. जिस पर आगामी 29 मार्च को सुनवाई होनी है.