अमरावती

विदर्भ में चहुंओर बारिश का कहर

कई जिलों में बाढ सदृश्य हालात

नदी-नाले हुए ओवरफ्लो
बांधो से जमकर हो रही जलनिकासी
जन-जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त
हर ओर बस पानी ही पानी
अमरावती-/दि.13  विगत रविवार से अमरावती शहर व जिले सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र में लगातार पानी बरस रहा है और हर ओर लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ और बर्बादी का आलम है. इस समय सभी जिलों में हर ओर जलजमाववाली स्थिति है. साथ ही नदी-नालों में आयी बाढ की वजह से कई इलाकों का संपर्क अन्य इलाकों से पूरी तरह टूट चुका है. लगातार होती बारिश के चलते बांधों में भी जलस्तर तेजी से बढ रहा है. जिसे देखते हुए कई बांधोें से बडे पैमाने पर जलविसर्ग किया जा रहा है. जिसके चलते हालात और भी अधिक विपरित हो चले है तथा बांधों से छोडे जानेवाले पानी की वजह से नदी-नालों में आयी बाढ का पानी अब नदी-नालों के किनारे रहनेवाले रिहायशी इलाकों और खेत-खलीहानों में घुसकर कहर ढा रहा है. ऐसे में आम जन-जीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है और विगत तीन दिनों के दौरान बाढ व बारिश के चलते काफी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.

भंडारा जिले में झमाझम
भंडारा जिले में विगत दो दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. ऐसे में कई तहसील व ग्रामीण इलाकों के छोटे-बडे पूल व रपटे बाढ व बारिश के पानी में डूबे हुए है और जिले में चहुंओर जलजमाववाली स्थिति है. भंडारा जिले की लाखांदूर तहसील में अतिवृष्टि दर्ज की गई है. साथ ही बाढ व बारिश की वजह से जिले के 14 प्रमुख रास्तों को आवाजाही के लिए बंद रखा गया है. इसके अलावा गोसेखुर्द बांध के 33, पूजारीटोला बांध के 8 व धापेवाडा बांध के 4 दरवाजों को खोल दिया गया है.

गोंदिया में बाढ सदृश्य हालात
गोंदिया जिले में इस समय चहुंओर बाढ सदृश्य हालात है तथा अर्जुनी मोरगांव व देवरी तहसील में अतिवृष्टि होने की जानकारी है. देवरी तहसील के सिरपुर बांध के 7 दरवाजों को सोमवार की सुबह 9 बजे खोल दिया गया है. वही नवेगांव बांध के निकट सावरटोला-पिंपलगांव मार्ग पर पांचवी बार यातायात को रोकना पडा. गोंदिया तहसील में बाढ व बारिश की वजह से धान के साथ ही साग-सब्जी की फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.

गडचिरोली में 200 से अधिक गांवों का संपर्क टूटा
गडचिरोली जिले में रविवार की रात से हो रही झमाझम बारिश के चलते गोदावरी, पर्लकोटा, प्राणहिता व इंद्रावती नदियां पूरे उफान के साथ बह रही है. जिसके चलते जिले में चहुंओर बाढ सदृश्य हालात बने हुए है. साथ ही 16 प्रमुख मार्गों को आवाजाही हेतु बंद कर दिये जाने के चलते 200 से अधिक गांवों का एक-दूसरे से संपर्क भी टूट गया है. इसके अलावा येलमपल्ली व मेडिगड्डा बांध से बडे पैमाने पर जलविसर्ग किया जा रहा है. जिसके चलते सिंरोचा तहसील के गांवों को सतर्क कर दिया गया है. उधर धानोरा तहसील में राजोली नदी पर बना पूल टूट गया है.

चंद्रपुर में वर्धा नदी उफान पर
चंद्रपुर शहर से होकर गुजरनेवाली वर्धा नदी इस समय पूरे उफान पर है और नदी का पानी पूरे शहर में जा घुसा है. जिसके चलते चंद्रपुर शहर में हर ओर जलजमाववाली स्थिति है. ऐसे में लोगोें को सडकों पर बाढ व बारिश के पानी से बचते-बचाते निकलना पड रहा है. वही चंद्रपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में भी हर ओर बाढ व जलजमाववाली स्थिति बनी हुई है.

वर्धा के ग्रामीण इलाकों में हालात बिकट
विगत दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते वर्धा जिले के ग्रामीण इलाकों में इस समय हालात काफी बिकट है. इस समय अप्पर वर्धा व निम्न वर्धा प्रकल्प सहित बोर, लालनाला, नांद, वडगांव व धाम इन बडे प्रकल्पों के साथ ही पोथरा, टेंभरी, कुर्‍हा, कवाडी, सावंगी, पारगोठाण, पांझरा, पंचधारा, मदन, कार, सुकली, उन्नई व डोंगरगांव इन प्रकल्पों से भी जमकर जलविसर्ग किया जा रहा है. जिसके चलते हर ओर जलजमाववाली स्थिति है. साथ ही कई स्थानों पर बाढ का पानी नदी-नालोें पर बने पूलों के उपर से बहने की वजह से वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है.

यवतमाल में मूसलाधार
– पांढरकवडा में 2 बहे, उमरखेड में 1 की डूबकर मौत
यवतमाल जिले में रविवार की सुबह से शुरू हुई बारिश लगातार दूसरे दिन भी जारी रही और 48 घंटों तक लगातार हुई बारिश की वजह से जिले के सभी छोटे-बडे व मध्यम बांध लबालब भर गये. ऐसे में कई बांधों से जलनिकासी की जा रही है. जिसके चलते जिले में हर ओर बाढ और जलजमाववाली स्थिति है. साथ ही रिहायशी इलाकों व खेत-खलिहानों में बाढ व बारिश का पानी घुस जाने की वजह से बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. जानकारी के मुताबिक पांढरकवडा तहसील में 2 लोग बाढ के पानी में बह गये है, जिनकी तलाश की जा रही है. वही उमरखेड तहसील में एक व्यक्ति की तालाब में डूब जाने की वजह से मौत हो गई. इसके अलावा कलंब तहसील के सातेफल में वर्धा नदी में आयी बाढ के चलते 6 लोग गांव के मंदिर में अटक गये थे. जिन्हें जिला आपत्ति व्यवस्थापन पथक ने रेस्क्यू ऑपरेशन करते हुए सुरक्षित व सकुशल वहां से बाहर निकाला.

बुलडाणा के चार राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि
बुलडाणा जिले के चार राजस्व मंडलों सहित संग्रामपुर तहसील में अतिवृष्टि होने की जानकारी है. वही मेहकर तहसील में पेनटाकली प्रकल्प के तीन दरवाजों को खोलते हुए जलनिकासी शुरू की गई है और नदी किनारे रहनेवाले सभी गांवों को सतर्क कर दिया गया है. बुलडाणा जिले में मूसलाधार बारिश के साथ ही आसमानी बिजली का भी तांडव दिखाई दिया और आसमानी गाज की चपेट में आकर जलगांव जामोद में 1 तथा खडदगांव (नांदुरा) में 3 बैलों की मौत हुई.

अगले 24 घंटे रहेंगे चिंताजनक
प्रशासन ने जारी किया हाईअलर्ट
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, मूसलाधार बारिश के लिहाज से अगले 24 घंटे स्थिति और भी अधिक चिंताजनक रह सकती है. क्योंकि प्रादेशिक मौसम विभाग द्वारा विदर्भ क्षेत्र में तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसमें भी विशेष रूप से पश्चिम विदर्भ क्षेत्र के जिलों हेतु प्रशासन ने ‘यलो अलर्ट’ जारी किया है. ऐसे में सभी जिला प्रशासनों द्वारा जिला आपत्ति व्यवस्थापन पथकों सहित बांध प्रशासनों को पूरी तरह से ‘हाई अलर्ट’ मोड पर रखा गया है और हालात पर पूरी नजर रखते हुए तमाम आवश्यक इंतजाम भी किये जा रहे है. साथ ही नागरिकों से भी तमाम आवश्यक सावधानियां व सतर्कता बरतने का आवाहन किया गया है.

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