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आफत की बारिश, हर ओर जनजीवन अस्त-व्यस्त

संभाग सहित समूचा राज्य हुआ तर-बतर

* यवतमाल में रेस्क्यू के लिए बुलाना पडा हेलिकॉप्टर
* हर ओर भरा पानी, गली-मोहल्लों में जबर्दस्त जलजमाव
* यवतमाल सहित कई जिलों में स्कूलों को छुट्टी
* अकोला में भी हर ओर पानी ही पानी, कई इलाकों का संपर्क टूटा
* अमरावती में अप्पर वर्धा सहित पूर्णा व बगाजी बांध के दरवाजे खुले
* नागपुर संभाग में भी हालात विकट, कई जिलों में मचा हाहाकार
अमरावती/दि.22 – विगत 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश के चलते अमरावती जिले व संभाग सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र एवं महाराष्ट्र राज्य में आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है और कई स्थानों पर तो बारिश मानो आफत की बारिश बनकर बरसी है. जिसके चलते बडे पैमाने पर जनहानि व वित्तीय हानि होने के भी समाचार है. संभाग के यवतमाल जिले में हालात काफी विकट हो चलते है. जहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए हेलिकॉप्टर बुलाना पडा है. क्योंकि कई इलाकों में पानी भरा रहने के चलते वहां तक सडक मार्ग के जरिए पहुंचना संभव नहीं है. वहीं संभाग सहित विदर्भ क्षेत्र में झमाझम बारिश की स्थिति हर ओर लगभग एकसमान है और विगत 48 घंटों से लगातार मूसलाधार बारिश की झडी लगी हुई है. ऐसे में दैनिक जीवन और कामकाज से संबंधित तमाम गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हुई है. जिसके चलते कई जिलों में अगले आदेश तक स्कूल व कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है.
इसके साथ ही समूचे राज्य के तमाम छोटे, बडे व मध्यम प्रकल्पों में जलस्तर काफी तेजी से उपर उठा है. जिसके चलते लगातार बढते जलसंग्रहण को देखते हुए कई बांधों से जलनिकासी शुरु की गई है. जिसके चलते सभी छोटे-बडे नदी-नालों में बारिश के साथ-साथ बांध से छोडे गए पानी की वजह से बाढ आ गई है. इसके साथ ही राज्य के विभिन्न इलाकों से वर्षाजनित हादसों की भी जानकारी मिल रही है. जिसके तहत पता चला है कि, भंडारा व गोंदिया जिले में आसमानी गाज गिरने के चलते 5 लोगों की मौत हुई है. वहीं 27 लोग घायल हुए है. इसके अलावा गडचिरोली जिले में मूसलाधार बारिश होने के चलते हर ओर पानी भर गया है और सीमावर्ती रास्तों पर आवाजाही को बंद करवा दिया गया है. इसके अलावा चंद्रपुर, बुलढाणा, अकोला व वाशिम जिलों में कई इलाकों का आपसी संपर्क टूट गया है.
विदर्भ सहित राज्य के मराठवाडा, पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण व मुंबई क्षेत्र में भी विगत 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है. जिसके चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ-साथ सडक एवं रेल यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. तेज व मूसलाधार बारिश के साथ जगह-जगह पर हुए जलजमाव एवं कई स्थानों पर रेल्वे पटरियों के पानी में डूब जाने की वजह से कई रेलगाडियों के समय और मार्ग में परिवर्तन कर दिया गया है. इसके वजह से रेल यात्रियों को काफी परेशानियों व समस्याओं का सामना करना पड रहा है.

* भंडारा-गोंदिया में गाज गिरने से 5 की मौत, 27 घायल
विगत 24 घंटों से लगातार चल रही बारिश के दौरान गोंदिया व भंडारा जिले में आसमानी गाज की चपेट में आकर 5 लोगों की मौत हो गई. वहीं 27 लोग घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक भंडारा जिले के पवनी तहसील अंतर्गत चिचाल गांव में धान की बुआई जारी रहते समय गाज गिरने की वजह से 20 महिला व पुरुष घायल हुए. इस घटना के कुछ ही देर बाद गोंदिया जिलांतर्गत मोहाडी तहसील में 6 महिलाओं पर आसमानी गाज गिरी. जिसमें से 2 की मौत हो गई. थोडी ही देर बाद मोहाडी तहसील के बोद्री खेत परिसर स्थित काम करने वाले मजदूर पर गाज गिरी. जिसमें कुछ मजदूर की मौत हो गई. इसके अलावा गोंदिया जिले के सडक अर्जुनी व देवरी तहसील के खेत परिसर में आसमानी बिजली गिरकर एक महिला व एक पुरुष की मौत हुई. वहीं तीन मजदूर घायल हुए.

* लगातार दूसरी बार जलमग्न हुआ
इस समय चंद्रपुर शहर सहित जिले में लगातार एक सप्ताह से धुंआधार बारिश चल रही है और एक सप्ताह के भीतर लगातार दूसरी बार चंद्रपुर शहर जलमग्न हुआ है. शहर से होकर बहने वाले नालों की योग्य तरीके सफाई नहीं होने के चलते चंद्रपुर शहर को इस नौबत का सामना करना पडा है. इससे पहले 18 जुलाई को चंद्रपुर शहर में 242 मिमी पानी बरसा था और पूरा शहर जलमग्न हो गया था. वहीं कल शुक्रवार को चंद्रपुर शहर में 80 मिमी बारिश दर्ज की गई और शहर एक बार फिर पानी में डूब गया.

* यवतमाल में बारिश का रौद्र अवतार, राहत कार्यों के लिए बुलाया गया हेलिकॉप्टर
– सभी तहसील क्षेत्र में बाढ सदृश्य हालात, घरों, सडकों व खेत खलिहानों में पानी ही पानी
विगत 24 घंटे के दौरान यवतमाल शहर सहित जिले में मूसलाधार बारिश हो रही है. जिसके चलते पूरे परिसर में हाहाकार मचा हुआ है. विदर्भ के अन्य शहरों व जिलों की तुलना में कुछ अधिक उंचाई पर बसे यवतमाल में पहली बार जलजमाव वाली स्थिति बनी है और शहर के कई इलाके पानी में डूबे हुए दिखाई दे रहे है. ऐसे मेें लोगों में बाढ व बारिश को लेकर अच्छे खासे डर व भय का वातावरण देखा जा रहा है. वहीं दूसरी ओर यवतमाल से अन्य शहरों को जोडने वाले सभी रास्तों पर बाढ व बारिश का पानी जमा हुआ है. इसके चलते कई इलाकों का आपसी संपर्क टूट चुका है. इसके अलावा यवतमाल की ओर आने वाले रास्तों पर एक तरह से आवाजाही के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. विशेष उल्लेखनीय है कि, यवतमाल के कलंब से होकर बहने वाली चक्रवर्ती नदी में विगत 20 वर्षों में पहली बार जबर्दस्त बाढ आयी हुई है. इसके अलावा दारवा तहसील के बोरी अरब से होकर बहने वाली अडान नदी तथा वणी व रालेगांव तहसील से होकर बहने वाली वर्धा नदी भी अपने पूरे उफान पर है. यवतमाल में विकट रहने वाले हालात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि, यवतमाल में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए हेलिकॉप्टर की सेवा लेनी पड रही है तथा राहत एवं बचाव पथक के लिए हेलिकॉप्टर मुहैया कराया गया है. क्योंकि सडक मार्ग के लिए आपातकालीन पथक को काम करने में काफी दिक्कतें आ रही है. वहीं यवतमाल जिले में बाढ की वजह से अब तक 2 लोगों की मौत होने के समाचार है.

* बुलढाणा की केदार नदी में जबर्दस्त बाढ
– संग्रामपुर तहसील के कई गांवों का संपर्क टूटा
बुलढाणा जिलांतर्गत संग्रामपुर तहसील में विगत 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है और यहां की केदार नदी में जबर्दस्त बाढ आयी हुई है. इसके चलते बावनबीर, टुनकी व सोनाला गांवों का अन्य इलाकों से संपर्क टूट गया है. साथ ही इन गांवों में बाढ का पानी जा घूसा है. जिसके चलते पूरा गांव जलमग्न हो गए और बाढ में फंसे लोग अपने अपने घरों की छतों पर अटके पडे है. वहीं बाढ और बारिश के पानी की वजह से बुलढाणा की कई तहसीलों में खेती-किसानी का जमकर नुकसान हुआ है.

* अकोला की विद्रुपा नदी में बाढ
अकोला जिले में कल आधी रात से ही उफान बारिश चल रही है. जिसके चलते सभी छोटे-बडे नदी-नालों में उफान आया हुआ है. साथ ही विद्रुपा नदी में बाढ आयी हुई है. अकोला जिले के कई तहसील क्षेत्रों में बाढ का पानी सडकों और पुलों के उपर से बह रहा है. जिसके चलते कई इलाकों में वाहनों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित हुई है.

राज्य के जिलों में आज रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने यवतमाल, गोंदिया, गडचिरोली व चंद्रपुर जिलों सहित रत्नागिरी व पालघर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है. इसके चलते इन सभी लोगों में अगले आदेश तक स्कूलों व कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिए गए है. वहीं संबंधित जिलों के स्थानीय प्रशासन को भी किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है.

* मुंबई-पुणे में भी हालात खराब
इस समय राज्य के कोंकण सहित पश्चिमी तटीय क्षेत्र में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है. ऐसे में मुंबई, ठाणे, रायगड, पुणे, सातारा, पालघर सहित घाट क्षेत्र में अतिवृष्टि का अलर्ट जारी किया गया. साथ ही साथ कोल्हापुर व नाशिक क्षेत्र में भी मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसके अलावा मुंबई शहर व मुंबई उपनगर में मूसलाधार बारिश चल रही है. जिसके चलते मुंबई की लाइफ-लाइन कही जाती लोकल ट्रेन सेवा का टाइम-टेबल बुरी तरह से गडबडाया हुआ है. इसके साथ ही सरकार एवं प्रशासन द्बारा लोगों से महाबलेश्वर, माथेरान व खंडाला जैसे पहाडी व पर्यटन स्थलों की ओर फिलहाल नहीं जाने का आवाहन किया गया है. क्योंकि ऐसे इलाकों में मूसलाधार बारिश की वजह से लैंड स्लाईडिंग का खतरा बना हुआ है.

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