चांदुर बाजार प्रतिनिधि/दि.९ – मुसलाधार बारिश होने का बावजूद भी फिलहाल वातावारण काफी तेज गर्मी महसूस हो रही है. हर घर में दिनरात पंखे, कुलर शुरु रखने की नौबत आ गई है. जिन घरों में, कार्यालयों में या निजी कार्यालयों में कुलर बंद किये गए थे वे फिर से शुरु किये गए है, लेकिन खेतों में काम करने वाले किसानों को इस बदलते मौसम का सामना करना पड रहा है. तपती धूप में किसानों के पसीने छूट रहे है. तहसील में इस वर्ष औसतन से अधिक बारिश होने के कारण नदी, नाले में बाढ की स्थिति निर्माण हुई थी. इसी के चलते अगस्त माह में मौसम कुछ ठंडा महसूस हो रहा था. परंतु जैसे ही बारिश रुक गई वेैसे ही सभी ओर गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरु किया है. इसके पीछे के कारण याने सभी ओर सिमेंट, काँक्रीट के रास्ते निर्माण किये गए है. इसलिए बारिश का पानी जमीन के अंदर न जाते हुए नदी, नालों में बह जाता है और दो तीन दिन अगर बारिश नहीं होती है तो गर्मी होना शुरु हो जाता है. मौसम में अचानक हुए बदलाव के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य में बिगाड आना शुरु हो गया है और दवाखाने हाउसफुल हो रहे है. मौसम के बदलते मिजाज के कारण कभी ठंड तो कभी गर्मी के चलते नागरिकों को सर्दी, खांसी, सरदर्द, बुखार जैसे बीमारियों का सामना करना पड रहा है. फिलहाल सभी ओर कोरोना छाया हुआ है, ऐसे में उपरोक्त बीमारी से पीडित मरीज अस्पताल में जाता है तो डॉक्टरों व्दारा कहा जाता है कि पहले कोरोना की जांच करके आओ बाद में ही इलाज करेंगे, ऐसी भूमिका डॉक्टरों ने अपनाई है. इसलिए ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में डर का वातावरण निर्माण होने का नजारा देखने मिल रहा है.