बारिश का कहर, तीन वर्षीस बालिका समेत 13 की मौत
संभाग में 35 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में नुकसान
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कई लोगों के आशियाने उजडे
अमरावती/दि.15 – इस समय मानसून का सही वक्त पर आगमन होने से किसानों में आनंद की लहर देखी जा रही है और बुआई के कामों ने जोर पकड लिया है. लेकिन मानसून ने अपने शुरूआती दौर में ही कहर बरपाना प्रारंभ कर दिया है. जारी माह में अब तक हुई बारिश के दौरान एक 3 वर्षीय बालिका सहित कुछ 13 लोगों की मौत हुई है. साथ ही कई हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों एवं कृषि भूमि का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.
संभागीय राजस्व आयुक्तालय से प्राप्त नुकसान के ब्यौरे के अनुसार 1 जून से 11 जून तक संभाग के पांच जिलों में एक तीन वर्षीय बालिका तथा 11 युवाओं की जाने गई. जबकि 13 जून को अमरावती जिले के अंजनगांव सुर्जी में एक व्यक्ति की नाले में बहकर मौत हुई है. इस तरह प्रारंभिक बारिश ने संभाग में 13 लोगों की सांसें छीन ली. इसी क्रम में संभाग में 35 हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई चौपट हो गई. इसके अलावा सैंकडों मकान क्षतिग्रस्त होने के साथ 14 बडे, 5 छोटे दुधारू तथा 9 परिश्रमी मवेशियों की भी मौत हो गई.
इसके अलावा बारिश के कहर ने सैंकडों घरों को भी नुकसान पहुंचाया है. जिसमें 18 मकान पूरी तरह से धराशायी हुए है और 153 पक्के व 54 कच्चे मकान अंशत: क्षतिग्रस्त हुए है. साथ ही 14 तबेलों का भी नुकसान हुआ है.
सर्वाधिक मौतें यवतमाल में
संभाग में हुई कुल 13 मौतों में से सर्वाधिक 8 मौतें यवतमाल जिले में हुई है. वहीं अमरावती व अकोल में 2-2 तथा बुलडाणा जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई. जिसमें से 10 लोगों की मौतें गाज की चपेट में आने से हुई. वहीं 2 की बाढ में बहने व 1 की दीवार के ढहने की वजह से मलबे में दबकर मौत हुई. मरनेवालों में बुलडाणा जिले की आशिया बी अकबर खान पठान (3, अंजनी बु, मेहकर), अमरावती जिले के पद्माकर उत्तम वानखडे (42, निंभोली, धामणगांव रेल्वे), अकोला जिले के शेख आमद शेख रशीद (40, खंडाला, तेल्हारा), दादाराव सुरडकर (23, करतवाडी, अकोट) तथा यवतमाल जिले के मारोती बावणे (45, मानकोपरा, दारव्हा), खुशाल राठोड (35, लोभीवंतनगर, पुसद), गजानन घोडे (45, सावरगांव, कलंब), सुखदेव कालझरे (28, शरद, कलंब), समीक्षा पिंटू जाधव (14, जमसेटपूर, पुसद), अशोक प्यारेलाल जाधव (30, कुंभारकिन्ही, दारव्हा), आशा अशोक नागपुरे (45, पिंपलखुटा, बाभुलगांव), अशोक राठोड (मोरगव्हाण, दारव्हा) का समावेश रहा. वाशिम जिले में सौभाग्य से अब तक कोई जनहानि नहीं हुई है. मौतों के उपरोक्त मामलों में से 10 मामलों को सरकारी सहायता के लिए पात्र पाया गया है, वहीं दो मामलों को अपात्र घोषित किया गया है. साथ ही एक अन्य मामला फिलहाल विचाराधीन है.
अमरावती व यवतमाल में फसलों का नुकसान
संभाग के पांचों जिलों में कुल 35.35 हेक्टेयर क्षेत्र में 33 प्रतिशत से अधिक फसलों की क्षति हुई है. जिसमें अमरावती जिले के 12.35 तथा यवतमाल जिले के 23 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद हुई है. इसके अलावा अमरावती जिले में 3.70 हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि भूमि का भी नुकसान हुआ है.
जिलानिहाय नुकसान का ब्यौरा
जिला मृत व्यक्ति मृत मवेशी फसल नुकसान (हेक्ट.) प्रभावित घर
अमरावती 2 10 12.35 61
अकोला 2 00 00 00
यवतमाल 8 08 23 113
बुलडाणा 1 04 00 33
वाशिम 0 06 00 00
कुल 13 28 35.35 207