* फोटोकॉपी वेंडर्स के बीच कॉपीराइट जागरूकता पर दिया जोर
अमरावती/दि.20– पायरेसी का समाना करने और बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा के लिए निर्णयकारी कदम उठाया जा रहा है। कुछ कार्यों की अवैधता को उजागर करने के उद्देश्य से, एनईएल ने फोटोकॉपी वेंडर्स के साथ जुड़ने और कॉपीराइट उल्लंघन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है.यह मानते हुए कि कई लोग कानूनी परिणामों के बारे में पूरी तरह से जानकार नहीं हो सकते हैं, नवनीत की इस सक्रिय कार्यनीति में इस मुद्दे पर सीधे चर्चा करना शामिल है. इस पहल के हिस्से के रूप में, लक्षित अभियानों को विभिन्न शहरों में चलाया जाएगा.
इन अभियानों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों, नवनीत के स्थानीय प्रतिनिधियों, सामाजिक नेताओं और विवकेशीलता से नियुक्त पर्यवेक्षकों के साथ सहकार्य शामिल होगा.सामग्री निर्माताओं के अधिकारों की रक्षा करने और शैक्षिक सामग्रियों के लिए एक ईमानदार वातावरण सुनिश्चित करने के लिए यह रणनीतिक प्रयास नवनीत की अटूट वचनबद्धता का एक प्रमाण है. सक्रिय रूप से इन पहलों में भाग लेकर, नवनीत का लक्ष्य कॉपीराइट कानूनों का सम्मान करने के महत्व पर जोर देकर पायरेसी के हानिकारक प्रभावों के बारे में व्यापक जागरूकता उत्पन्न करना है. देविश गाला ने विस्तार से बताया, “एनईएल बौद्धिक संपदा के प्रति आदर की संस्कृति को बढ़ाने के लिए समर्पित है. हमारी पहल का उद्देश्य व्यापरी साथियों को पायरेसी के कानूनी परिणामों के बारे में शिक्षित करना और जागरूकता बढ़ाना है. इसके द्वारा हम नैतिक कार्यों को प्रोत्साहित करने और सामग्री निर्माताओं के हितों की रक्षा करने का लक्ष्य रखते हैं.नवनीत का मानना है कि शिक्षा के इस न्यायसंगत वातावरण को सुनिश्चित करने के लिए शहरों में फोटोकॉपी वेंडर्स के साथ सक्रिय जुड़ाव आवश्यक है. इस पहल का उद्देश्य कॉपीराइट कानूनों के सम्मान के महत्व को समझने और उन्हें सुदृढ़ करने के अंतर को कम करना है. छात्रों को वैध, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षात्मक सामग्रियां प्रदान करने के अपने मिशन पर एनईएल सदैव दृढ़ता के साथ खड़ी है.