* एडजेस्टमेंट के तहत भूमिका बदलने का आरोप
अमरावती/दि.4– राज ठाकरे ने शनिवार को दिये बयान पर जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने तिखि प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज ठाकरे से ऐसी अपेक्षा नहीं थी, पहले उनकी ओर देखने का दृष्टीकोण अलग था. लेकिन अब उन्होंने राजनीतिक एडजेस्टमेंट कर लिया है. जिस कारण उनकी भूमिका में बदलाव आया है. लगातार मिलने वाली राजनीतिक हार से राज ठाकरे कमजोर हो गये है. अब उन्होंने धर्म के नाम पर राजनीति करने का संकल्प लिया है. लेकिन उनकी यह भूमिका निंदनीय है. इससे राज्य व देश में कलह का माहौल बन सकता है. ऐसा शाब्दिक वार भी एड. यशोमति ठाकुर ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर किया. राज ठाकरे ने अपने भाषण में सर्वाधिक दोष कांग्रेस को दिया. जिस पर एड. ठाकुर ने राज ठाकरे को महंगाई से ज्यादा कांग्रेस की फिक्र रहने का तंज भी कसा.
राज ठाकरे जैसा नेता महाराष्ट्र से इतना झूठ कैसे बोल सकता है, ऐसा पूछते उन्होंने राज ठाकरे पर भाजपा से सेटलमेंट करने का आरोप किया. पूर्वगामी व संस्कृत महाराष्ट्र में मराठी नववर्ष के पर्व पर इतना ही नहीं तो छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम रहने वाले मैदान से ऐसा धार्मिक द्बेष फैलाने वाला बयान देना राज ठाकरे से अपेक्षित नहीं था. उन्होंने मस्जिदों पर के लाउड स्प्रिकर उतरवाने का ऐलान किया है. जिससे गांव गांव में धार्मिक बलवे करने का उनका मनसूबा है. लोग इस ओर ध्यान ना दें, मनसे भी भाजपा की बी-टीम के रुप में मैदान में उतरी है. इसलिए लोग जरुरी मुद्दों पर ही ध्यान दें, बढती महंगाई आज का सबसे जरुरी मुद्दा है. इस पर कोई क्यों नहीं बोल रहा यह सवाल भी उन्होंने उपस्थित किया.
जबसे चुनाव खत्म हुए तब से महंगाई बढना शुरु हो गया. इंधन के दाम तेजी से बढने लगे. मैंने उसी वक्त इसे लेकर एक ट्वीट कर इलेक्शन कमिशन से बढती महंगाई व चुनाव के संबंध पर ध्यान देने की मांग रखी थी. वर्तमान में महंगाई तेजी से बढ रही है. लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. इस महत्वपूर्ण विषय से ध्यान भटकाने के लिए ही देश में धर्म के आधार पर राजनीति की जा रही है. देश को तोडने की यह राजनीति अच्छी नहीं है. ऐसा कहते देश तोडने वालों के खिलाफ पूरे सक्षमता से खडे रहने की अपेक्षा भी उन्होंने सभी से व्यक्त की.