अमरावती/ दि.८ साधारण किसान परिवार में जन्मे राज भानुदास पाटील ने अपनी मेहनत और लगन के बलबूते समाज में अपना स्थान बनाया. उसी प्रकार राजनीति में भी उन्होंने लोगों के काम करने के उद्देश्य से कदम रखा. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के निष्ठावान सैनिक रहे. राज पाटील को मनसे सर्वेसर्वा राज ठाकरे का विश्वास पात्र होने का दर्जा प्राप्त है. क्योंकि जब राज ठाकरे अमरावती आये, तो उनके मेलघाट दौरे का नियोजन का दायित्व युवा राज पाटील को सौंपा गया था. उस समय विजया दशमी से लेकर 3 दिनों तक वे अपने आईडल राज ठाकरे के साथ मेलघाट में थे. मनसे के अमरावती जिला उपाध्यक्ष रह चुके राज पाटील की बदौलत मनसे की वरुड, मोर्शी, अंजनगांव, दर्यापुर, चांदूरबाजार शाखाओं की स्थापना हुई. अनेक आंदोलनों में सहभागी रहे युवा राज पाटील ने जनहित में कई निर्णय शासन-प्रशासन को बदलने पर भी मजबूर किया. इलेक्ट्रॉनिक्स एसो. के परतवाडा, अचलपुर के अध्यक्ष रहे राज पाटील का जन्म 8 नवंबर 1982 को किसान भानुदास पाटील के यहां हुआ. उनकी माता का नाम प्रमिलाताई पाटील है. राज को 3 बहने है. लडकपन से ही अपनी निष्ठा और लगन का पाठ राज ने पढ लिया. अपने बडे सपनों को सहेजते हुए उन्हें पूर्ण करने के लिए प्रयास भी आरंभ से ही शुरु कर दिये थे. झाडेगांव की जिला परिषद शाला से 10वीं तक पढाई पश्चात वडगांव फत्तेपुर से कनिष्ठ महाविद्यालय और परतवाडा की समर्थ महाविद्यालय से बीए की उपाधि प्राप्त की. आईटीआई भी इलेक्ट्रॉनिक्स में किया. इसी का व्यवसाय अपनाया. मदन महल में उनका राज इलेक्ट्रॉनिक्स आज प्रसिद्ध नाम है. मनसे की स्थापना के समय से ही वे इस दल से जुडे और पार्टी का काम बढाने के लिए समय-समय पर जनता के हित मेें अनेक आंदोलन भी राज पाटील ने किये. जिसमें सिटी हाईस्कूल पोषाहार घोटाला, हनुवतखेडा की राशन दुकान बंद करने, अतिक्रमण विरोधी मुहिम के विरोध में, महंगाई के खिलाफ शकुंतला ट्रेन रोकी. ऐसे ही किसानों का एसडीओ पर महामार्चा ले जाने में भी राज पाटील का सक्रिय सहभाग रहा. शहर की पाइपलाइन की मरम्मत दौरान रोज 10 दिनों तक अपने खर्च पर लोगों को जलापूर्ति की सेवा राज पाटील ने दी. ऐसे सेवाभावी और जोश से भरे युवा कार्यकर्ता राज पाटील को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं!