अमरावती/दि.26 – एसटी कर्मचारियों की हडताल और आंदोलन का फायदा लेते हुए निजी वाहन चालकों द्वारा राजापेठ बस स्थानक को पूरी तरह से निजी बस अड्डा बना लिया गया था और मनमाने दामों पर यात्री ढुलाई की जा रही थी. वहीं अब पुलिस द्वारा राजापेठ बस स्थानक के आसपास खडे रहनेवाले निजी वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू की गई है. जिसके बाद राजापेठ बस स्थानक ने अब खुली सांस लेनी शुरू की है.
पुलिस तथा रापनि प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से निजी यात्री वाहनों के खिलाफ छेडे गये अभियान को लेकर परिसरवासियों ने समाधान व्यक्त किया है. क्योंकि अब यह सडक आवाजाही के लिए पूरी तरह से मुक्त हो गई है. उल्लेखनीय है कि, विगत अनेक दिनों से अपनी विभिन्न मांगों के लिए रापनि कर्मचारियों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है. ऐसे में एसटी बस सेवा पूरी तरह से बंद है. ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा निजी यात्री वाहनों को कुछ नियमोें व शर्तों के अधीन रहते हुए यात्री ढुलाई करने की अनुमति प्रदान की, लेकिन इस अनुमति का दुरूपयोग करते हुए कुछ निजी वाहन चालकों ने राजापेठ के बस डिपो में ही अपना अड्डा जमाना शुरू कर दिया था. जिसके तहत डिपो के भीतर प्लेटफार्म पर गाडिया लगाकर यात्री ढुलाई का काम शुरू किया गया था. यह जानकारी सामने आते ही रापनि प्रशासन व पुलिस विभाग ने तुरंत हरकत में आकर आगार परिसर में खडे सभी वाहनों को यहां से बाहर निकाला तथा इस परिसर को निजी वाहनोें के मकडजाल से मुक्त कराया.