राजेंद्र लॉज मामले की जांच ‘जैेसे थे’
कोतवाली पुलिस को सौंपी गई जांच

अमरावती/दि.16– प्रभात चौक के राजेंद्र लॉज की तिमंजिला इमारत में जयदीप एम्पोरियम की दुरुस्ती का काम शुरु रहते वह 31 अक्तूबर को ढह गई थी. इस घटना में मलबे के नीचे दबने से पांच लोगों की मृत्यु हो गई थी. पांच लोगों की मृत्यु होने के बाद भी इस प्रकरण की जांच ‘जैेसे थे’ रहने से आखिरकार इस प्रकरण की जांच अब कोतवाली पुलिस को सौंपी गई है. इससे पुलिस प्रशासन की असंवेदनशीलता उजागर हुई है.
प्रभात चौक के जयदीप एम्पोरियम नामक दुकान के छत की दुरुस्ती का काम शुरु रहते गत वर्ष 31 अक्तूबर को अचानक इमारत ढह जाने से पांच लोगों की मृत्यु हो गई थी. उस समय कोतवाली पुलिस ने मनपा के अभियंता सुहास चव्हाण की शिकायत पर जयदीप एम्पोरियम के संचालक, ठेकेदार और राजेंद्र लॉज के संचाल के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था. पश्चात 9 नवंबर को मनपा के अभियंता सुहास चव्हाण व विंचुरकर को भी इस प्रकरण में सहआरोपी बनाया गया था. दोनों अभियंता शहर से फरार हो गए थे. तब इस प्रकरण की जांच खोलापुरी गेट के थानेदार गजानन तामटे को सौंपी गई थी. उन्होंने इस प्रकरण की कोई विशेष जांच नहीं की. पश्चात उनका सायबर सेल में तबादला हो जाने से पिछले कुछ माह से मामले की जांच ठंडे बस्ते में पडी थी. इस दौरान राजेंद्र लॉज के संचालक तथा दोनों अभियंताओं ने इस प्रकरण की एफआईआर खारिज करने व चार्जशीट दाखिल न करने का अनुरोध करनेवाली याचिका न्यायालय में दायर की है. इस प्रकरण को एक साल की कालावधि होने के बाद जांच में कोई विशेष प्रगति न होने से पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने संंबंधित प्रकरण की समीक्षा करते हुए जांच कोतवाली पुलिस को करने के आदेश दिए हैं.
* एक सप्ताह पूर्व मिले आदेश
संबंधित जांच एक सप्ताह पूर्व हमें सौंपी गई है. इसमें आरोपियों ने हाईकोर्ट में एफआईआर खारिज करने के लिए अर्जी की है. लेकिन जांच कहां तक पहुंची है इस बाबत जानकारी नहीं है. लेकिन जांच पूर्ण की जाएगी.
– विजयकुमार वाकसे,
थानेदार कोतवाली