राजेंद्र लॉज इमारत का जर्रा-जर्रा था कमजोर
मनपा के स्ट्रक्चरल पैनल की रिपोर्ट मंडल के हाथ
* सब चीज कॉलम, बीम, ईटों की जुडाई में दरारें
अमरावती/दि.31 – प्रभात चौक की राजेंद्र लॉज इमारत की मनपा के स्ट्रक्चरल पैनल के अभियंता द्बारा सूक्ष्म निरीक्षण पश्चात बनाई गई खास स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट से साफ हो जाता है कि, यह भवन सभी प्रकार से बेहद कमजोर हो गया था. उसके कॉलम, बीम और ईटों की जुडाई भी दरारें से पटी थी. इसलिए उसे ढहाने की सिफारिश की गई थी. ऐसी जानकारी मिल रही है. अमरावती मंडल के पास स्ट्रक्चरल पैनल के अभियंता चेतन प्रजापति की 17 मुद्दों की निष्कर्ष रिपोर्ट उपलब्ध हुई है. जिसमें सभी बातों के निरीक्षण दर्ज है.
* इस प्रकार है विशेषज्ञ के निष्कर्ष
– ढाचागत लेखापरीक्षण में इमारत के मटेरियल की स्थिति बेहद खराब होने का निष्कर्ष दिया गया. ऐसे ही पूरा लोहा जंग खा गया था.
– काँक्रिट की हालत भी खस्ता हो गई थी. वह हथौडे का प्रहार नहीं सहन कर सका. यूपीवी परीक्षण में भी बेहद नाजुक पाया गया.
– कॉलम, बीम और ईटों की जुडाई में काफी दरारें नजर आयी.
– अधिकांश स्थानों पर दीवार और स्लैब से पानी गलता दिखाई दिया. जिससे प्लास्टर और कलर उखडता नजर आया.
– सभी मंजिलों पर स्लैब में ढलान कम-ज्यादा होती नजर आयी.
– छत की टंकी भी क्षतिग्रस्त पायी गई.
– प्लास्टर हटने से दीवारों की ईटें कई जगहों पर दिखाई दे रही थी.
– दीवारों की जुडाई को अतिरिक्त सपोर्ट दिया गया. देखा गया.
– सभी मंजिल की पैरापीट वॉल खराब स्थिति में थी.
– सीढियों की दशा कुछ संतोषजनक रही थी.
– ग्राउंड फ्लोर की दीवारों की हालत संतोषजनक स्थिति मेें कहीं जा सकती है. उसे तोडने की जरुरत नहीं (केवल यहीं एक मुद्दा भवन मालिक के पक्ष में जाता है.)
– पहले माले की कुछ दीवारें और दुकान नंबर 3 और 4 की दीवारों की भी स्थिति संतोषजनक रही. मगर मरम्मत के कारण पहले माले का स्लैब या तोडक कार्रवाई से दीवारों की स्थिति कमजोर होगी.
– मौके का अवलोकन करने पर साफ हो गया कि, इमारत की मरम्मत करना काफी नहीं होगा. अधिकांश हिस्से कमजोर हो गये है.
– कहीं जगह पर हाथ लगाने से दीवार का प्लास्टर गिरता नजर आया.
– इमारत में कई जगह काई बनती दिखाई पडी.
– सटी हुई इमारत का गर्डर इस इमारत के दुसरे माले के दीवारों के सपोर्ट पर था. इसलिए तोडते समय खासकर पश्चिमी दीवार का ध्यान रखना जरुरी है.