रैली, शिविर व अभियान रहे कारगर, बढा मतदान का प्रतिशत
तीन दशकों के दौरान अमरावती में हुआ सर्वाधिक 63.67 फीसद मतदान
अमरावती/दि.04– लोकतंत्र को मजबूत करने हेतु मतदाताओं द्वारा प्रत्येक्ष मतदान केंद्र मेें जाकर मतदान करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है. इस बात के मद्देनजर निर्वाचन विभाग द्वारा प्रत्येक चुनाव के समय अधिक से अधिक मतदान करवाने हेतु तमाम तरह के उपाय एवं प्रबंध किये जाते है. जिसके लिए चुनावी वर्ष के दौरान निर्वाचन विभाग द्वारा विविध कार्यक्रम, शिविर, रैली व स्पर्धा सहित अन्य कई उपक्रम चलाये जाते है. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के लिए भी जिला निर्वाचन विभाग द्वारा विगत एक वर्ष से चलाये गये विविध उपक्रमों की वजह से ही इस बार विगत 3 दशकों के दौरान सर्वाधिक 63.67 फीसद मतदान हुआ.
बता दें कि, अमरावती संसदीय क्षेत्र में मतदाता सूची के पुनर्रिक्षण कार्यक्रम दौरान केंद्रस्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रत्येक मतदाता के घर-घर जाकर भेंट दी गई. जिसके चलते नवमतदाताओं का पंजीयन बढा. साथ ही मृत एवं स्थलांतरीत मतदाताओं के नामों को मतदाता सूची से कम कर दिये जाने के चलते मतदाता सूची में रहने वाले आंकडों की अनावश्यक वृद्धि भी कम हुई. इस वजह से भी मतदान का प्रतिशत बढा हुआ दिखाई दिया.
* 62 फीसद मतदान हुआ था 2014 में
इससे पहले वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 62.16 फीसद मतदान हुआ था. उस समय कुल मतदाता संख्या 16 लाख 10 हजार 262 थी. जिनमें से 10 लाख 1 हजार 63 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
– 60 फीसद मतदान हुआ था 2019 में
पिछले यानि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव दौरान अमरावती संसदीय क्षेत्र में 60.76 फीसद मतदान हुआ था. उस समय कुल मतदाता संख्या 18 लाख 30 हजार 531 थी. जिनमें से 11 लाख 12 हजार 248 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
* मतदान बढाने हेतु किये गये प्रयास
– रैली
मतदाता दिवस सहित अन्य महत्वपूर्ण दिनों का औचित्य साधते हुए रैलियों का आयोजन किया गया. जिनमें स्कूलों व महाविद्यालयों का भी अच्छा खासा सहभाग रहा. जिसके जरिए नई पीढी को मतदान के प्रति जागरुक किया गया.
– वीडियो रथ
मतदान का महत्व बताने के साथ ही मतदाताओं में जनजागृति करने हेतु निर्वाचन विभाग द्वारा वीडियो रथ निकाला गया. जिसके जरिए प्रमुख चौक-चौराहों व व्यापारिक क्षेत्रों सहित भीडभाड वाले स्थानों पर जनजागृति की गई.
– मानव श्रृंखला
मतदान से पहले जिला निर्वाचन विभाग तथा स्वीप उपक्रम के जरिए हजारों विद्यार्थियों की मानव श्रृंखला तैयार की गई तथा रैली भी निकाली गई.
* सभी घटकों का मिला सहभाग
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पूरे सालभर स्वीप उपक्रम के जरिए जनजागृति की गई. इसके लिए शालाओं, महाविद्यालयों, सरकारी कार्यालयों एवं विविध सामाजिक संस्थाओं सहित समाज के सभी घटकों के नागरिकों का सहयोग लिया गया.
– प्रवीण देशमुख,
नायब तहसीलदार (निर्वाचन)