अमरावतीमहाराष्ट्र

यहां अभी भी टीन के शेड में हैं राम जी

प्रभात टॉकीज के पीछे स्थित

* भूमिपूजन हेतु आए थे जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष
* बरसों से लटका जीर्णोध्दार, नवनिर्माण

अमरावती/दि.19– प्रभु रामचंद्र के अयोध्या में भव्य दिव्य मंदिर के उद्घाटन की सदियों से प्रतीक्षित घडी पास आने से समूचे विश्व के रामभक्त प्रसन्न हैं, आल्हादित हैं, रोमांचित हैं. उत्सव की तैयारी में जुटे हैं. सर्वत्र उल्लास हैं. वातावरण राममय हो गया है. शहर के प्रत्येक देवालय में सोमवार 22 जनवरी को उत्सव मनाया जा रहा है. ऐेसे में अमरावती के एक मंदिर में भगवान राम, लक्ष्मण, जानकी टीन के शेड में विराजमान हैं. जिससे भक्त आहत हैं. उनकी नवनिर्माण की मांग पूर्ण नहीं हो रही. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को देखते हुए इन भक्तों ने जीर्णोध्दार नवनिर्माण की विनती की है.

  • रामदेव बाबा मंदिर के नाम से प्रसिध्द

शहर के प्रभात टॉकीज के बिल्कुल पीछे स्थित सैकडों वर्ष पुरातन मंदिर को रामदेव बाबा मंदिर के नाम से जाना जाता हैं. रोज सैकडों भाविक नित्य दर्शन को आते हैं. मंदिर में भगवान श्री रामदेव बाबा की समाधि होने के साथ राम दरबार विराजमान हैं. उनकी नित्य पूजा, आरती होती है. ऐसे ही मंदिर में हनुमान जी और शंकर जी का भी देवालय हैं.

  • अनेक वर्षो से प्रलंबित निर्माण

राम जी का यह देवालय 100 बरस से अधिक पुरातन हेैं. इसके नवनिर्माण की मांग भक्त कई वर्षो से कर रहे हैं. पहले ट्रस्टिगण किसी किराएदार का बहाना करते थे. इस किराएदार ने मंदिर का बडा हिस्सा ढह जाने के बाद भी अपना दावा कायम रखा था और कोर्ट की शरण ली थी. फलस्वरुप ट्रस्टियों ने अनेक वर्षो की कानूनी लडाई भी लडी. उपरांत मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ. उसे भी अनेक वर्ष बीत गए. तब जाकर पिछले वर्ष नवनिर्माण के भूमिपूजन की घडी आई.

  • गोविंददेव गिरि के करकमलों से

पिछले वर्ष जनवरी में मंदिर के नवनिर्माण का भूमिपूजन राम जन्मभूमि न्यास अयोध्या के कोषाध्यक्ष आचार्य गोविंददेव गिरि जी के हस्ते बडे ही उल्लास से किया गया. जिससे मंदिर के प्रबल तथा परम भक्तों को विश्वास हो गया कि अब निर्माण शीघ्र आरंभ होना है. किंतु गर्भगृह और अन्य देवालयों के स्थानांतरण की संभावना का भाविकों ने विरोध किया. अत: प्रत्यक्ष निर्माणकार्य प्रारंभ ही नहीं हो सका.

  • भगवान टीन के शेड में कायम

एक वर्ष बीत गया. मंदिर नवनिर्माण प्रारंभ नहीं हो सका. ऐसे में भगवान राम और बाबा की समाधी टीन के शेड में विराजमान है. ट्रस्टी जनों से बात करने पर उन्होंने दिवाली पर कार्य आरंभ का भरोसा दिलाया गया था. उपरांत नववर्ष में कार्य शुरु करने की बात की गई.

  • माघ मेला सन्निकट

भगवान श्री रामदेव बाबा के वर्ष में दो उत्सव प्रमुख हैं. जो भाद्रपद और माघ मेला में मनाए जाते हैं. उन्हें क्रमश: भादवा मेला और माघ मेला कहा जाता है. अब माघ मेला उत्सव निकट है. अपितु भक्तों ने माघ मेला की तैयारी भी आरंभ कर दी है. जम्मा जागरण और प्रसादी सहित आयोजन होने वाले हैं.

  • राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव

अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को सोमवार को यहां मनाया जाना है. भाविक उसकी तैयारी कर रहे हैं. राम जी की दोपहर भव्य आरती के साथ लड्डू, हलवे के प्रसादी का आयोजन है. अवध में राम मंदिर बन गया. अमरावती का यह राम मंदिर कब बनेगा, इसका शिलान्यास हो गया है, प्रत्यक्ष निर्माण कार्य कब आरंभ होगा, इसकी भक्त बडे दिनों से और बहुत मनोभाव से प्रतीक्षा कर रहे हैं.

  • यह है ट्रस्टिगण

किशोर गट्टाणी अध्यक्ष, सीए राजेश हेडा, गोविंद राठी, किशोर केडिया, एड. जुगलकिशोर गिल्डा, विट्ठलदास मोहता, मनमोहन जाजू, सुरेश करवा आदि.

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