* मुख्याधिकारी कक्ष को ज्ञापन चिपकाकर किया निषेध
नांदगांव खंडेश्वर/दि.6– नगर पंचायत का कामकाज रामभरोसे चल रहा है. मुख्याधिकारी की गैर मौजूदगी में शहर के प्रशासकीय कार्य में अनेक समस्याएं निर्माण हो रही है. इन समस्याओं के निवारण हेतु नागरिकों ने एकजुट होकर ठाकरे शिवसेना गुट के प्रकाश मारोटकर के नेतृत्व में नगर पंचायत कार्यालय पर हल्लाबोल किया. मुख्याधिकारी कार्यालय में अनुपस्थित रहने से आंदोलनकारियों ने उनके कक्ष में ज्ञापन चिपकाकर निषेध व्यक्त किया. सात दिन के भीतर समस्या का निवारण न होने पर तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी.
पिछले दो वर्षों से नांदगांव खंडेश्वर नगर पंचायत पर प्रशासकीय अधिकारियों का राज है. प्रशासकीय अधिकारी व कर्मचारी नागरिकों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने असमर्थ साबित हो रहे हैं. पर्याप्त जल संचन रहने के बावजूद न.प. का उचित नियोजन न रहने से शहरवासियों को दस दिन के अंतराल के बाद जलापूर्ति की जा रही है. शासन की ओर से प्राप्त करोड़ो रुपए की निधि से शहर के मध्य भाग से बहने वाले नाले का निर्माणकार्य निकृष्ट दर्जे का हो रहा है. शासन की विविध योजना की निधि अंतर्गत शुरु कार्य पर शाखा अभियंता उपस्थित न रहने से इन कामों में अनियमितता बरती जा रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत पहले डीपीआर में लाभार्थियों द्वारा घरकुल का काम पूर्ण करने के बावजूद तीन साल से अंतिम चरण का अनुदान नहीं मिल पाया है. पीआर कार्ड के जटिल नियम के कारण सैकड़ों लाभार्थी घरकुल से वंचित है. ऑनलाइन आवेदन करने वाले घरकुल लाभार्थी डीपीआर बनाने वाली एजंसी न रहने से मंजूरी से वंचित है. लाखों रुपए खर्च कर जो सार्वजनिक शौचालय निर्माण किए गए, वह सफाई के अभाव में धूल खा रहे हैं. न. प. का दर्जा मिलने को आठ वर्ष की कालावधि बीत गई, लेकिन अब तक रोगायो लागू नहीं किया गया. बचत समूह की योजना भी शुरु नहीं की गई, ऐसी विविध समस्या को लेकर शिवसेना के प्रकाश मारोटकर सैकड़ों नागरिकों के साथ नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे. इस दौरान महिला आघाड़ी की पूर्व जि.प. सदस्य शोभा लोखंडे, पूर्व उपसभापति रेखा नागोलकर, रेवती परसनकर, प्रतिभा काकडे, शहर प्रमुख नीलेश इखार, भूषण दुधे, रवि ठाकूर, गुणवंत चांदूरकर, सुनील गुरमुडे, वनिता कालबांडे, अनिता भंडारे, शारदा सोनवने, शशिकला आमदारे, सुरेखा चौधरी, चेतन डकरे समेत अनेक लोग उपस्थित थे.