अमरावती/प्रतिनिधि दि.२३ – रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत हो गई है. इन दिनों बाजार में विविध प्रकार के फलों की डिमांड भी बढ़ी है. हालांकि फल विक्रेताओं को कोरोना महामारी ने परेशानी में डाल रखा था. कोरोना के चलते बाजार पूरी तरह से बंद रहने से फलों की बिक्री की समस्या भी बढ़ गई थी. लेकिन जैसे ही रमजान की शुरु आत हुई, वैसे ही फलों की डिमांड बढ़ गई. जिससे फल उत्पादकों का संकट टल गया है.
यहां बता दें कि जिले में इन दिनों तरबूज और खरबूजे की डिमांड बढ़ी है. कोरोना महामारी की शुरुआत होने से पहले तरबूज व खरबूजों को 14 से 15 हजार रुपए प्रति टन भाव मिल रहा था. लेकिन इस वर्ष 9 से 10 हजार रुपए टन के हिसाब से यह फल बेचने पड़ रहे हैं. बाजार में चिल्लर विक्रेताओं की ओर से भी फलों की डिमांड बढ़ गई है.
रमजान में रोजा रखा जाता है. दिन में अनाज और पानी तक ग्रहण नहीं किया जाता. दिनभर स्फूर्ति के लिये व शरीर में पानी की जरुरत को पूरी करने के लिये पेनखजूर के साथ ही तरबूज व खरबूज इन फलों को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है.