* शोभायात्रा के साथ महाप्रसाद का आयोजन
परतवाडा/ दि.6– स्थानीय तिलक चौक पर स्थित विठ्ठल मंदिर संस्थान मेें रामनवमी व हनुमान जयंती उत्सव पिछले 105 सालों से मनाया जा रहा है. इस साल 106 वर्ष में उत्सव का पदार्पण होगा. भावळकर परिवार के एड. बापूसाहेब भावळकर द्बारा यह परंपरा शुरू की गई थी. जो आज भी कायम है. भावळकर परिवार की सदस्या एड. माधुरी भावळकर के मार्गदर्शन में हर साल परिसरवासियों की उपस्थिति में दोनों ही समारोह धूमधाम के साथ मनाए जाते है.
रामनवमी उत्सव के दौरान 9 दिनों तक देश के विख्यात राष्ट्रीय कीर्तनकारों द्बारा कीर्तन का आयोजन किया जाता है. वहीं हनुमान जयंती पर हिन्दी प्रवचन का आयोजन भी किया जाता है. जिसमें बनारस , लखनऊ, अयोध्या के प्रवचनकार प्रवचन देते है. इस साल रामनवमी उत्सव का यह 106 वां वर्ष है. इस अवसर पर 10 अप्रैल को कीर्तनकार रविन्द्र जोशी महाराज के कीर्तन का आयोजन सुबह 10 बजे किया गया है. श्रीराम जन्म के पश्चात सभी भाविक भक्तों को प्रसाद का वितरण किया जायेगा और शाम 7 बजे मंदिर परिसर से भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी.
श्रीराम जन्मोत्सव व हनुमान जयंती समारोह मनाने हेतु समिति का भी गठन किया गया है. जिसमें अध्यक्ष पद पर शहर के सुविख्यात व्यवसायी किशोर गुल्हाने का चयन किया गया है तथा सचिव पद की जबाबदारी डॉ. गजानन जोशी को दी गई तथा कोष प्रमुख पद पर विलास अग्रवाल का चयन किया गया तथा समिति के सदस्यों में पूर्व नगरसेवक मामराज वर्मा, भाजपा ओबीसी सेल के प्रदेशाध्यक्ष गजानन कोल्हे, भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष संजय केजडीवाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिरूध्द उर्फ अन्नू मिश्रा, अनिरूध्द गोरे, राम खवसे, निखिल करकरे, प्रवीण करकरे, राजेश जोशी, प्रकाश बाविस्कर का समावेश है.
* श्रीराम मंदिर से निकाली जायेगी शोभायात्रा
शहर के सुविख्यात ओंकारमल जोधराज परिवार की ओर से उनके सदर बाजार स्थित श्रीराम मंदिर से भव्य शोभायात्रा पूर्व नगरसेवक रवि अग्रवाल के नेतृत्व में निकाली जाती है. इस साल भी उनके नेतृत्व में भव्य दिव्य शोभायात्रा राम मंदिर से निकाली जायेगी और प्रसाद का वितरण किया जायेगा. शहर के मुगलाईपुरा स्थित लक्ष्मण बाबा मंदिर से भी हर साल शोभायात्रा निकाली जाती है. जिसमें भगवान श्रीराम की प्रतिमा को पालखी में विराजमान कर शोभायात्रा का भ्रमण शहर में किया जाता है. पिछले दो सालों से कोरोना की पार्श्वभूमि पर दोनों ही शोभायात्राए नहीं निकाली गई थी. जिसमें अब कोरोना नियंत्रण में आने के पश्चात प्रशासन द्बारा पाबंदिया हटा दी गई है. इस साल दोनों ही मंदिरों से धूमधाम से शोभायात्रा निकाली जायेगी.