दर्यापुर/ दि.11 – पुराने दर्यापुर में स्थित दाशरथी श्रीराम मंदिर में गुढी पाडवा से शुरु हुए राम जन्मोत्सव समारोह का रामनवमी के दिन समापन हुआ. इस अवसर पर मंदिर को आकर्षक रोशनाई से सजाया गया था. इस वर्ष मंदिर में वर्धा के श्रीराम काले के किर्तन का आयोजन किया गया था.
दाशरथी श्रीराम मंदिर के राम जन्मोत्सव कार्यक्रम को 200 वर्ष की परंपरा है. इस आयोजन के तहत रोज सुबह श्रीराम की महाआरती, हरिपाठ, भजन व शाम को किर्तन ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन 9 दिन तक किया गया. दाशरथी श्रीराम मंदिर में श्री राम जन्मोत्सव पर्व पर श्रीराम कथा किर्तन स्वरुप में प्रस्तुत की जाती है. नारदीय किर्तन परंपरा पर आधारित यह किर्तन सेवा रहती है. वर्धा निवासी श्रीराम बुआ काले यह नारदीय किर्तन परंपरा के श्रेष्ठ व्यक्तिमत्व है उन्हें इस किर्तन सेवा के लिए विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है.
मंदिर में रविवार की सुबह श्रीराम जन्मोत्सव समारोह की शुुरुआत की गई. दोपहर 12 बजे राम जन्मोत्सव समारोह का आयोजन हुआ. मंदिर के विश्वस्त शिरीष गणोरकर व मुक्ता गणोरकर ने बाल श्रीराम को पालने में झुलाकर श्रीराम जन्मोत्सव की शुुरुआत की. रविंद्र गणोरकर, धनंजय गणोरकर समेत असंख्य भक्तों ने रामलला को पालने में झूला झुलाया.