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लोकसभा की पराजय का बदला लेने तैयार राणा खेमा

3 विधानसभा क्षेत्रों पर गडाई नजरें

* भाजपा का मिलेगा छुपा समर्थन!
अमरावती/दि.7 – 4 माह पहले हुए लोकसभा चुनाव के दो माह पहले आये नतीजों के बाद से विधानसभा चुनाव की आहट तेज होते ही राजनीतिक परिदृष्य तेजी से बदला है. अगले माह चुनाव की तारीखों की घोषणा होने वाली है. ऐसे में अमरावती के दिग्गज राजनेता विधानसभा की तैयारी में जुटे हैं. पार्टियां भी अपने-अपने मित्र दलों के साथ मिलकर तैयारी कर रही है. अमरावती की अपनी एक पार्टी युवा स्वाभिमान का इस बार चुनाव तैयारी का अंदाज अलग है. युवा स्वाभिमान के नेता रवि राणा और उनकी पत्नी, पूर्व सांसद नवनीत राणा लोकसभा चुनाव मेें मिली पराजय का बदला लेने की तैयारी करने का नजारा दिखाई पड रहा है. 3 विधानसभा क्षेत्रों पर इस दम्पति ने न केवल नजरें गडाई है, बल्कि सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में वे अपनी और ताकत वहां झोंकने जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि, राणा को भाजपा का छुपा समर्थन मिलने की पूरी संभावना है.
* कौन से हैं विधानसभा क्षेत्र?
राणा दम्पति के टारगेट यशोमति ठाकुर, बच्चू कडू और राजकुमार पटेल रहने की जानकारी है. इन तीनों ही नेताओं के चुनाव क्षेत्र में राणा दम्पति ने ध्यान केंद्रीत किया है. नवनीत राणा की आभार और संवाद यात्रा शुरु हो गई है. यात्रा को मेलघाट से शुरु करने के पीछे राजकुमार पटेल को टारगेट करना उनका लक्ष्य दिखलाई पड रहा है. पटेल यहां से विधानसभा सदस्य है.
* संबोधनों में दिखा गुस्सा
नवनीत राणा ने मेलघाट के दुर्गम भागों से आभार और संवाद यात्रा प्रारंभ की, तो उनके संबोधनों मेंं न केवल राजकुमार पटेल निशाने पर रहे, बल्कि पटेल के सुपुत्र और धारणी मंडी के सभापति रोहित पटेल पर भी राणा ने आरोप-प्रत्यारोप किये. एक ही मंच से भाजपा नेता के रुप में नवनीत और युवा स्वाभिमान नेता के तौर पर रवि राणा ने पटेल पिता पुत्र को टारगेट किया. राजनीतिक सूत्र बताते है कि, जिस तरह बच्चू कडू ने लोकसभा में राजनीतिक खेला किया. काफी कुछ उसी अंदाज में विधानसभा में राणा दम्पति उसका उत्तर देने के लिए तैयार हैं. बल्कि शुरुआत हो चुकी है.
* तिवसा और अचलपुर पर ध्यान
सूत्रों की माने तो युवा स्वाभिमान ने तिवसा, अचलपुर और मेलघाट में प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है. विधायक राणा के करीबी कार्यकर्ता वहां विधानसभा के मैदान में होंगे और यशोमति ठाकुर, बच्चू कडू एवं राजकुमार पटेल की चुनावी राह में रोडा डालने का भरसक प्रयास करेंगे.
* भाजपा का छुपा समर्थन
राणा को उनके राजनीतिक प्रतिशोध में भारतीय जनता पार्टी का अघोषित समर्थन मिलने की भी संभावना सियासत के जानकार देख रहे हैं. उनका कहना है कि, देवेंद्र फडणवीस को आज भी विदर्भ के 11 जिलों में सबसे मुखर विरोध यशोमति ठाकुर एवं बच्चू कडू से सहन करना पडा है. यह दोनों विधायक फडणवीस समर्थक राणा के निशाने पर रहेंगे. फडणवीस अनेक अवसारों पर अपनी पार्टी नेताओं के सामने भी राणा का लोहा मानने की बात कह चुके हैं. जिससे राजनीतिक अदावत में राणा दम्पति को भाजपा का छुपा समर्थन उपरोक्त तीनों नेताओं के विरोध में मिलने की संभावना बतायी जा रही है. उल्लेखनीय है कि, लोकसभा चुनाव में बच्चू कडू ने ऐन समय पर प्रहार के प्रत्याशी के रुप में दिनेश बूब को मैदान में उतारा, तो यशोमति ठाकुर आरंभ से लेकर अंत तक पार्टी प्रत्याशी बलवंत वानखडे की विजय की शिल्पकार रही.

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