राणा दम्पति जिले का राजनीतिक और सांस्कृतिक माहौल कर रहे खराब
कांग्रेस नेताओं ने पत्रवार्ता में लगाया आरोप
* बोले- कांगे्रस के दम पर चुनकर आए, भाजपा को दत्तक चले गए
अमरावती /दि.18- विगत लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव में राणा दम्पति ने कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के समर्थन से चुनाव लडते हुए जीत हासिल की थी. लेकिन चुनाव जीतते ही राणा दम्पति ने पाला बदल दिया और वे भाजपा को दत्तक चले गए. वहीं अब राणा दम्पति द्बारा ख्ाुद को भाजपा की नजर में उंचा उठाने के लिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं को लेकर बेमतलब वाले उलुल-जुलुल बयान दिए जा रहे है. जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. क्योंकि ऐसे निम्न स्तर के बयानों की वजह से जिले का राजनीतिक वातावरण खराब हो रहा है. साथ ही राणा दम्पति द्बारा दहीहांडी के नाम पर मुंबई से जिस तरह का ‘कल्चर’ लाकर स्थानीय युवाओं के सामने पेश किया जा रहा है. उससे अमरावती का सांस्कृतिक माहौल भी बिगड रहा है. इस आशय का प्रतिपादन कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारियों द्बारा आज यहां बुलाई के पत्रवार्ता में किया गया. साथ ही विगत दिनों सांसद नवनीत राणा तथा विधायक रवि राणा द्बारा कांग्रेस विधायक एड. यशोमति ठाकुर एवं बलवंत वानखडे को लेकर दिए गए बयान का जमकर निषेध किया गया.
उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों अंजनगांव सुर्जी एवं तिवसा में युवा स्वाभिमान पार्टी द्बारा आयोजित दहीहांडी स्पर्धा में सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा ने पूर्व मंत्री व तिवसा के विधायक एड. यशोमति ठाकुर तथा दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे के संदर्भ में कुछ ऐसे आपत्तिजनक बयान दिए थे, जिसके चलते कांग्रेस की ओर से तीव्र प्रतिक्रिया दी गई. साथ ही शहर सहित जिले में कई स्थानों पर राणा दम्पति का निषेध किया गया. वहीं अब इस पूरे मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने के साथ ही राणा दम्पति का निषेध करने हेतु शहर कांग्रेस कमिटी द्बारा आज यहां एक पत्रवार्ता बुलाई गई. जिसमें कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एड. दिलीप एडतकर व मिलिंद चिमोटे, प्रदेश सचिव किशोर बोरकर व आसिफ तवक्कल, प्रदेश उपाध्यक्ष भैया पवार, शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, पूर्व महापौर विलास इंगोले प्रमुख रुप से उपस्थित थे. जिन्होंने पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए उपरोक्त प्रतिपादन किया. साथ ही कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारियों ने अपनी पार्टी के नेताओं के अपमान पर रोष जताते हुए कहा कि, इन्हीं नेताओं के दम पर विगत लोकसभा व विधानसभा के चुनाव में राणा दम्पति ने सांसद व विधायक पद पर जीत हासिल की थी. यह बात राणा दम्पति ने भुलनी नहीं चाहिए. साथ ही आगे से कांग्रेस की किसी भी नेता के बारे में कोई अपमानजनक बात भी नहीं करनी चाहिए. अन्यथा राणा दम्पति को इसका माकुल जवाब दिया जाएगा.
इस समय कांग्रेस नेताओं ने पत्रवार्ता में यह भी कहा कि, अमरावती जिले का हर क्षेत्र में अपना एक स्तर है. जिसके तहत एक-दूसरे का सम्मान करने हेतु भाषा के स्तर का भी ध्यान रखा जाता है. लेकिन राणा दम्पति द्बारा विगत कुछ समय से नीचले स्तर की भाषा का प्रयोग करते हुए जिले के राजनीतिक वातावरण को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही साथ अब वे दहीहांडी जैसे धार्मिक उत्सव को एक अलग ही स्वरुप प्रदान करते हुए अमरावती शहर के सामाजिक व सांस्कृतिक माहौल को भी बिगाडने का काम कर रहे है.
इस पत्रकार परिषद में जिला बैंक के संचालक हरिभाउ मोहोड सहित नसीम खान पप्पू, मुकद्दर पठान, नीलेश गुहे, पंकज मोरे, वैभव देशमुख, सादिक शहा तथा मो. साबिर शेख आदि सहित कांग्रेस के अन्य कई स्थानीय पदाधिकारी भी उपस्थित थे.
* निचली भाषा का उपयोग कर जिले की प्रतिमा कर रहे मलीन
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मिलिदं चिमोटे ने कहा कि राणा दंपत्ती दर्यापुर के विधायक बलंवत वानखडे के साथ हमेशा ही जिले के लोकप्रतिनिधियों के बारे में निचले स्तर की भाषा का उपयोग कर जिले की प्रतिमा को मलिन करने में लगे हुए है. मगर हम कॉग्रेस के जनप्रतिनिधि होने से शांति व संयम से काम लेते है. हम उनकी तरह नहीं है. जिले के एक स्वच्छ व साफ छवि वाले दर्यापुर के विधायक पर आपत्ती जनक टिप्पणी करना गलत है. साथ ही नेशनल कॉग्रेस की आंमत्रित सदस्या व जिले की पूर्व पालकमंत्री एड.यशोमती ठाकुर पर 2021 में नोट लेकर काम करने का आरोप लगाने वाले राणा दंपत्ती पुरे 4 साल क्यों खामोश रहे. अब जब चुनाव माहौल सामने आया है तो वह आरोप क्यों लगा रहे है. जबकि चुनाव के दौरान होने वाले पुरे खर्च का ब्यौरा चुनाव आयोग को देना पडता है. तो तब क्यों नहीं इस बात का उल्लेख किया गया. वे (राणा दम्पत्ती) पुरे 4 साल किस के दबाव में खामोश रहे. इसका भी खुलासा करने की बात मिलिंद चिमोटे ने की. अगर आरोप लगाना था तो चुनाव के तुरंत बाद लगाना था. बेसमय आरोप लगा कर चरित्र का हनन करने का कार्य उन्हें (राणा दम्पत्ती को) नहीं करना चाहिए. अगर आरोप सही है तो इसका खुलासा करें. जब तक खुलासा नहीं करते हम चुप नहीं बैठेगे. राणा के आरोपों का हम निषेध करते है. कॉग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिटी कोतवाली में राणा के विरोध में शिकायत दर्ज कराने के साथ ही चुनाव आयोग को भी इस बात की शिकायत की है. आगे चुनाव है. जिले की जनता ऐसे झुठे आरोप लगाने वाले जनप्रतिनिधियों को सबक जरुर सिखाएगी.
* दहीहांडी की परंपरा को खराब कर रहे राणा
मनपा के पूर्व महापौर विलास इंगोले ने पत्रपरिषद में कहा कि दहीहंडी कार्यक्रम खुद आयोजित करों और दुसरे पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाओ, यह आयोजन नहीं कहा जाता है. हमने भी आज तक कई छोटे-बडे कार्यक्रम आयोजित किए है, मगर आज तक किसी भी नेता व विरोधी पार्टी के नेताओं पर टिका टिप्पणी नहीं की है. गणेश स्थापना के एक दिन पहले यह पत्रवार्ता ली गयी है. भगवान उन्हें (राणा दम्पत्ती को) सद्बुध्दी दे. ऐसी प्रार्थना भी इस समय विलास इंगोले ने की. साथ ही उन्होंने कहा कि, इससे पहले भी राणा दम्पति ने पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे, बच्चू कडु, एड. ठाकुर सहित जिले के कई जनप्रतिनिधियों पर टिप्पणी की है. जिसके कारण जिले की सांस्कृतिक व राजनिती को दाग लगा है. कॉग्रेस की जनसंवाद यात्रा जो लोगों के बीच प्रसिध्द हो रही है. राणा दम्पत्ती का जनता के बीच से विश्वास उठ रहा है. तो लोगों के बीच खुद को प्रसिध्द करने के लिए कॉग्रेस नेताओं को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. संविधान में जनता व मतदाता को देव का रुप दिया गया है. यही जनता आने वाले चुनाव में इन्हें सबक सिखाएगी. जिले में कई बडे नेताओं के कार्यकाल सम्पन्न हुए है. मगर आज तक किसी नेता ने दहीं हंडी जैसे सार्वजनिक कार्यक्रम में किसी अन्य नेताओं को बदनाम करने का प्रयास नहीं किया है. हम भी हनुमान चालिसा का पाठ करते है, मगर कभी दिखावा नहीं करते. राणा दम्पत्ती जिले की राजनिती को दाग लगाने का कार्य कर रहे है.
* केवल खुद के भले पर है उनका ध्यान
जिले में एक ही घर दो जनप्रतिनिधि है. मगर नागरिकों की आम समस्याओं पर किसी का ध्यान न जाए. इस लिए राणा दंपत्ती कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगाकर खुद को फेमस करने तथा जन समस्याओं को बदनाम करने का प्रयास कर रहे है. ऐसा आरोप कॉग्रेस शहर अध्यक्ष बबलु शेखावत ने लगाया. उन्होनें कहा कि नागरिक दही हंडी जैसे कार्यक्रम में आनंद लेने आते है. उन्हें राजनितीक भाषण से कोई सरोकार नहीं रहता. मगर राणा दम्पत्ती खुद को फेमस करने के लिए ऐसे कार्य करते है कि जनता में उनकी चर्चा बनी रहे. परंतु अमरावती की जनता सबकुछ समझ रही है और आगामी चुनाव में राणा दम्पति को इसका जवाब जरुर मिलेगा.