हमारे डर से मुंह छुपाकर भागे राणा दम्पत्ति
शिवसैनिकों ने उडाया ‘मुंबई वारी’ का मजाक
अमरावती/दि.23– जिले की सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा शिवसैनिकों के डर से मुंह छुपाकर मुंबई भागे है. अत: उन्हें कायर व भगोडा करार दिया जाये. इस आशय की प्रतिक्रिया शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा दी गई है.
उल्लेखनीय है कि, राणा दम्पति ने शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री व शिवसेना के पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ बंगले पर हनुमान चालीसा का पठन करने और इस हेतु शुक्रवार की शाम अपने समर्थकों के साथ ट्रेन से मुंबई रवाना होने की घोेषणा की थी. ऐसे में राणा दम्पति को अमरावती या बडनेरा रेल्वे स्टेशन पर ही घेरने की तैयारी स्थानीय शिवसैनिकों द्वारा की गई थी. लेकिन सांसद नवनीत व विधायक रवि राणा शुक्रवार को तडके सडक मार्ग के जरिये नागपुर रवाना हुए. जहां से हवाई मार्ग के जरिये मुंबई पहुंच गये. ऐसे में सेना के स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा उन्हें घेरने के तमाम प्रयास धरे के धरे रह गये. वहीं अब इसे लेकर स्थानीय सेना पदाधिकारियों व शिवसैनिकों को द्वारा कहा जा रहा है कि, राणा दम्पति को यह अच्छे से पता था कि, अगर वे मुंबई जाते वक्त शिवसैनिकों के हाथ लग गये, तो उनकी खैर नहीं. अत: दोनों पति-पत्नी अमरावती से मुंह छुपाकर भागे है.
* वाय प्लस सुरक्षा के पल्लु में छुपे राणा
विकास के मुद्दों को लेकर काम करने की बजाय राणा दम्पति द्वारा भाजपा के कहने पर लोगों का ध्यान महंगाई व बेरोजगारी से हटाने के लिए बेवजह की नौटंकी की जा रही है. खुद राणा दम्पति को हनुमान चालीसा आती नहीं है और वे किताब लेकर चालीसा पढते है, लेकिन दूसरों को पठन करने का संदेश दे रहे है. उन्हें पता था कि, शिवसैनिक उन्हें रोकने आयेंगे. इसीलिए वे वाय प्लस सुरक्षा की आड लेकर अपनी पत्नी के साथ रातोंरात मुंबई भाग गये.
-श्याम देेशमुख
जिला प्रमुख, शिवसेना
* रात के अंधेरे में चोरों की तरह काम करने की आदत
राणा दम्पति को हर काम रात के अंंधेरे में चोरों की तरह करने की आदत है. यह बात अमरावती में हर कोई जानता है और इसका अनुभव बीते 11-12 जनवरी की रात भी सामने आया था. राणा दम्पत्ति को अच्छी तरह से पता था कि, उन्हें अमरावती में शिवसैनिकों के रोष व गुस्से का सामना करना पडेगा. ऐसे में उन्होंने घोषणा तो अपने समर्थकों के साथ ट्रेन से मुंबई जाने को लेकर की थी, लेकिन वे एक दिन पहले ही तडके 3.30 बजे नागपुर जाकर वहां से विमान के जरिये मुंबई भाग गये.
– सागर देशमुख
विभागीय सचिव, युवासेना
* दम होता, तो सबके सामने ट्रेन से जाते
यदि सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा में दम होता, तो वे अपने द्वारा की गई घोेषणा के अनुरूप ट्रेन में सवार होकर मुंबई जाते दिखाते, लेकिन उन्हें यहां पर शिवसैनिकों का सामना करना पडता और उनके कार्यकर्ता हमारा मुकाबला भी नहीं कर पाते. यह बात अच्छी तरह से पता रहने के चलते सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा रात के अंधेरे में चोरी-छिपे ढंग से मुंबई भाग गये.
– पराग गुडधे
महानगर प्रमुख, शिवसेना
* खुद को फायर बोलनेवाले तो कायर निकले
खुद को फायर बतानेवाले राणा दम्पति ने सबके सामने विदर्भ एक्सप्रेस से मुुंबई जाने का ऐलान किया था और शिवसेना ने भी उन्हें चुनौती दी थी कि, हम उनके ‘स्वागत’ के लिए रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहेंगे. हम तो अपने वादे के पक्के निकले, लेकिन राणा दम्पति रात के अंधेरे में कायरों की तरह मुंह छुपाकर भाग निकले. राणा दम्पति ने आज तक अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास हेतु कोई काम नहीं किया है और उनका पूरा समय नौटंकी करने में ही चला गया. लेकिन अब शिवसेना की वजह से उनका हिंदुत्व जागा है और वे हनुमान चालीसा पढ रहे है. लेकिन उन्हें शायद यह नहीं पता कि, हनुमान चालीसा अपने घर के भीतर या फिर किसी मंदिर में बैठकर पढी जाती. किसी और व्यक्ति के घर या मकान के सामने बैठकर हनुमान चालीसा पढने का क्या औैचित्य है, यह समझ से परे है.
– सुनील खराटे
शिवसेना जिला प्रमुख