आवला नवमी पर मनाया राणी सती दादी का जन्मोत्सव
मां राणी सती मंदिर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन
अमरावती/दि.24 – स्थानीय माँ राणीसती मंदिर में दादी की जन्मोत्सव तिथि “आवला नवमी” के शुभ दिवस पर दादी का जन्मोत्सव बडे ही धूमधाम से दादी के भक्तों द्बारा मनाया गया. इस आयोजन में अग्रवाल जागृति महिला मंडल एवम् अग्रवाल सखी मंच का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ. आयोजन दोपहर 12.30 बजे से शाम 7 बजे तक चला. दादी मंगल पाठ का गायन मिनुजी पोद्दार एवम संजय पारख (पूना निवासी) द्बारा किया गया.
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न झाकी एवम नृत्य के साथ केक काटकर सुमधुर भजनों का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में अमरावती के नरेडी परिवार की छोटी बिटिया अनिका अर्पित नरेडी के तीसरे जन्मदिन पर 12 नवंबर को उसे दादी की माँ छोटी लाडो “नारायणी” के रुप में सजाया गया. विभिन्न झाकियों में छोटी-छोटी कन्यायों ने जवारे लेकर एवम महिला भक्तों ने मंगल कलश लेकर “गणगौर” पूजन किया. दादी के सावन तीज सिंजारे पर कन्याओं ने एवम सखियों द्बारा खेल खिलौना उत्सव मनाया गया.
इस अवसर पर दो सखियों द्बारा “राधा-कृष्ण” का “घुमर” नृत्य बडे ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया. “श्याम चूडी बेचने आया” इस भजन पर कृष्ण बनी सखी द्बारा भावविभोर हुई सखियों को अपने हाथ से चुडीया पहनाई. इस दौरान मंदिर का वातावरण काफी मंगलमय हो गया था. दादी के “हल्दी, मेहंदी एवम चुनरी” उत्सव पर भी विभिन्न झाकिया द्बारा सभी दादी भक्तों ने सामूहिक नृत्य का भरपूर आनंद उठाया. दादी की “त्रिशूल” झाकी भावपूर्ण नृत्य द्बारा प्रस्तुत की गयी.उत्सव में विभिन्न भक्तों द्बारा खुप बधाईयां और मिठाईयां वितरित की गयी. दादी के खजाने में से प्रसाद स्वरुप प्रथम आयी 151 सुहागन महिला को “सुहाग पोटली, राखी, फूलो के गजरे, तुलसी का रोप” वितरित किये गए.
इस अवसर पर सांसद नवनीत राणा ने अपनी विशेष उपस्थिति दर्ज कर दादी भक्तों का उत्साह दुगोना किया और भजन का भरपूर आनंद लिया. इस अवसर पर दादी भक्तों के आग्रह को मान देते हुए “डांडिया नृत्य” का भी लुफ्त उठाया. कार्यक्रम में दादी भक्त अनिल सुगनचंद नरेडी,हेमलता अनिल नरेडी एवम समस्त नरेडी परिवार द्बारा दादी को “छप्पन भोग” का प्रसाद चढाया गया और शाम 7 बजे से “श्री अग्रेसन भवन” में “महाप्रसाद” का आयोजन किया गया. जिसका लुफ्त सभी दादी भक्तों ने उठाया. कार्यक्रम को सफल बनाने श्री राणीसती दादी के मंदिर के संचालक श्री संजय झुनझुनवाला, जय जोशी एवम सभी राजस्थानी समाज बंधुओं एवं सभी दादी भक्तों का पूर्ण रुप से सहयोग प्राप्त हुआ.