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6 वर्ष में एक बार दिखाई देने वाले धुमकेतू हैं रणजीत पाटील

शिवसेना उद्धव ठाकरे के विभागीय सचिव सागर देशमुख का कथन

अमरावती/ दि.13 – भाजपा के टिकट पर दो बार अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हो चुके और अब तीसरी बार इस निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड रहे डॉ. रणजीत पाटील को प्रत्येक 6 वर्ष बाद अमरावती विभाग के पदवीधरों की याद आती है, लेकिन चुनाव निपट जाने के बाद उनका पदवीधर और उनकी समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं होता. ऐसे में डॉ. रणजीत पाटील को प्रत्येक 6 वर्ष के अंतराल पर अमरावती संभाग में दिखाई देने वाला धुमकेतू कहा जा सकता है. इस आशय के शब्दों में शिवसेना उध्दव ठाकरे गुट के विभागीय सचिव सागर देशमुख ने विधायक रणजीत पाटील की दावेदारी पर तंज कसा है.
यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में सागर देशमुख ने कहा कि, इससे पहले दो बार अमरावती विभाग के स्नातकों मतदाताओं ने बडे विश्वास के साथ डॉ. रणजीत पाटील को अपना प्रतिनिधि बनाकर विधान परिषद में भेजा, लेकिन दोनों ही बार चुनाव जीतने के बाद रणजीत पाटील पूरा समय गायब रहे और उनका स्नातकों की समस्याओं के साथ कोई लेना-देना नहीं रहा. इसके बावजूद भाजपा व्दारा रणजीत पाटील को एक बार फिर अपना प्रत्याशी बनाया गया है. संभवत: भाजपा यह मानकर चल रही है कि, केवल मतदाता पंजीयन के दम पर यह चुनाव जीता जा सकता है, लेकिन इस बार स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है. क्योंकि इस बार के चुनाव हेतु गैर भाजपा प्रत्याशियों ने ही बडे पैमाने पर पंजीयन किया है. जिसका सीधा प्रभाव रणजीत पाटील की दावेदारी पर पडेगा. इसके अलावा रणजीत पाटील को लेकर मतदाताओं में जो नाराजगी व्याप्त है व आगामी 30 जनवरी को मतदान के जरिये सीधे दिखाई देगी. इसके साथ ही सागर देशमुख ने यह दावा भी किया कि, इस बार के चुनाव में रणजीत पाटील को करारी हार का सामना करना पडेगा.
इसके अलावा इस प्रेस विज्ञप्ति में सागर देशमुख ने यह भी कहा कि, अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में प्रा. बी. टी. देशमुख जैसे कर्तबगार व अभ्यासू विधायक की परंपरा रही, लेकिन डॉ. रणजीत पाटील के चुनकर आते ही इस निर्वाचन क्षेत्र को मानो ग्रहण लग गया. विगत 12 वर्षों के दौरान विधान मंडल में स्नातकों से संबंधित एक भी प्रश्न नहीं पूछा गया. क्योंकि रणजीत पाटील को इस बारे में कोई अध्ययन ही नहीं है. ऐसे में उन्होंने पूरा समय अपने विधायक पद और बीच में कुछ वक्त मुफ्त में मिले मंत्रीपद का उपभोग करने का आनंद लिया. सागर देशमुख ने इस विज्ञप्ति के जरिये जानना चाहा कि, विगत 12 वर्षों में अपने दो कार्यकाल के दौरान विधायक के तौर पर डॉ. रणजीत पाटील ने क्या काम किये है, इसकी जानकारी खुद रणजीत पाटील ने मतदाताओं के सामने रखनी चाहिए.

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