पदवीधर निर्वाचन क्षेत्र में रणजीत पाटील होंगे भाजपा से प्रत्याशी
चुनाव से एक साल पहले ही पार्टी ने दी टिकट
* पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले ने की घोषणा
अमरावती/दि.8- इस समय अमरावती संभागीय पदवीधर निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव होने में अच्छा-खासा समय बचा हुआ है और इस निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा विधायक डॉ. रणजीत पाटील का कार्यकाल 7 सितंबर 2023 को खत्म होनेवाला है. ऐसे में पदवीधर निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव होने में छह माह का समय शेष है. लेकिन भाजपा द्वारा अभी से डॉ. रणजीत पाटील को अगले चुनाव हेतु अपना प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी गई है. इस संदर्भ में केंद्रीय निर्वाचन समिती तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा से अनुमति मिलने के बाद पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने पूर्व मंत्री व विधायक डॉ. रणजीत पाटील को ही अगले चुनाव में अमरावती पदवीधर निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा की.
बता दें कि, अमरावती पदवीधर निर्वाचन क्षेत्र में वर्ष 2023 के प्रारंभ से चुनावी सरगर्मियां शुरू होगी. क्योंकि इस निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा विधायक डॉ. रणजीत पाटील का कार्यकाल आगामी 7 फरवरी 2023 को खत्म होनेवाला है. ऐसे में फिलहाल इस चुनाव को लेकर किसी तरत की कोई चर्चा नहीं चल रही है. परंतु आज भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अकस्मात ही विधान परिषद के स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव हेतु भाजपा की ओर से एक बार फिर अपने मौजूदा विधायक डॉ. रणजीत पाटील को प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा की.
बता दें कि, डॉॅ. रणजीत पाटील इससे पहले दो बार विधान परिषद का चुनाव जीत चुके है और फडणवीस सरकार के कार्यकाल दौरान वे राज्य के गृह, नागरी विकास, सामान्य प्रशासन, कानून व न्याय व्यवस्था तथा संसदीय कामकाज विभाग के राज्यमंत्री भी रहे. साथ ही उन्होंने अकोला व वाशिम जिले के पालकमंत्री पद का जिम्मा भी संभाला. अपने दूसरे कार्यकाल हेतु डॉ. रणजीत पाटील 8 फरवरी 2017 को विधान परिषद हेतु चुने गये थे और अब उनका छह वर्षीय कार्यकाल 7 फरवरी 2023 को खत्म होने जा रहा है.
विशेष उल्लेखनीय है कि, डॉ. रणजीत पाटील को राजनीति एक तरह से विरासत में मिली है. उनके पिता विठ्ठलराव पाटील भी विधान परिषद के सदस्य थे. डॉ. रणजीत पाटील ने नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस व एमएस (ऑर्थोपेडिक) की शिक्षा प्राप्त की है और उन्हें अकोला का बेहद नामांकित ऑर्थोपेडिक सर्जन माना जाता है. साथ ही वे विठ्ठल हॉस्पिटल में बतौर ऑर्थोपेडिक सर्जन अपनी सेवाएं प्रदान करते है.