* एसटी की तिजोरी में आए 6.08 करोड रुपए
अमरावती/दि.23– राज्य परिवहन निगम की बसों में महिलाओं व 65 वर्ष की आयु वाले बुजुर्गों को 50 फीसद शुल्क पर यात्रा करने तथा 75 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को नि:शुल्क यात्रा करने की छूट दी गई है. जिसके चलते इस बार दीपावली के पर्व पर रापनि की बसों में महिलाओं एवं बुजुर्ग यात्रियों की संख्या अच्छी खासी बढी हुई दिखाई दी. जिनके जरिए रापनि को दीपावली मेें जबर्दस्त आय हुई. रापनि की अमुमन नियमित आय 4 करोड रुपए के आसपास होती है. जो दीपावली के दौरान बढकर 6 करोड रुपयों के आसपास जा पहुंची. कोविड काल के बाद इस वर्ष पहली बार रापनि की आय में इतनी अधिक वृद्धि हुई है.
बता दें कि, रापनि के अमरावती विभाग में अमरावती सहित जिले के आठों आगारों द्वारा दीपावली पर्व के लिए विशेष बसों की फेरियां शुरु की गई है. जिसके चलते 11 से 20 नवंबर तक अमरावती विभाग को करीब 6 करोड 88 लाख 91 हजार 31 रुपए की आय हुई. बता दें कि, महिला सम्मान योजनांतर्गत महिलाओं को रापनि बसों में 50 फीसद यात्रा शुल्क की छूट मिलती है. जिसके चलते भाईदूज पर अपने मायके जाने के लिए महिलाओं ने रापनि के बसों से यात्रा करने को प्राथमिकता दी. साथ ही शहर व ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं व बुजुर्गों के साथ उनके परिजनों ने भी रापनि बसों से ही यात्रा की. जिसके चलते रापनि की आय में अच्छा खासा इजाफा हुआ. आगामी 27 नवंबर तक रापनि बसों की विशेष फेरियां शुरु रहेगी. इस दौरान यात्री संख्या बढी रहने की वजह से अगले कुछ दिनों तक रापनि की आय में भी अच्छी खासी वृद्धि रहेगी, ऐसी उम्मीद रापनि द्वारा की जा रही है.
* किस आगार में कितनी आय
आगार आय (रुपयों में)
अमरावती 96,87,399
बडनेरा 74,83,038
परतवाडा 1,00,47,669
वरुड 75,44,441
चांदूर रेल्वे 61,14,409
दर्यापुर 76,49,065
मोर्शी 63,28,819
चांदूर बाजार 60,36,191
* हाफ टिकट से बढी महिला यात्रियों की संख्या
विगत 4 अप्रैल से राज्य सरकार द्वारा रापनि के जरिए महिला सम्मान योजना अमल में लायी जा रही है. जिसके तहत महिलाओं को आधी टिकट पर रापनि बसों में यात्रा करने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. जिसके चलते रापनि बसों में महिला यात्रियों की संख्या बढ गई है. साथ ही बुजुर्ग यात्रियों की संख्या में भी अच्छा खासा इजाफा हुआ है.
* दीपावली पर्व के दौरान रापनि द्वारा अहोरात्र सेवा प्रदान की गई और रापनि की लालपरी जिले सहित राज्य के प्रत्येक शहर व गांव तक यात्रियों को पहुंचाने का काम करती रही. रापनि के राजस्व में हुई वृद्धि का श्रेय एसटी बसों के चालकों व वाहकों सहित विभाग के सभी कर्मचारियों को जाता है. जिनके अथक परिश्रम से रापनि के राजस्व में वृद्धि हुई है.