अमरावती/दि.17– रापनि के चांदूर रेल्वे आगार में वाहक के तौर पर कार्यरत दिनेश शंकरराव शेलके ने रापनि के विभाग नियंत्रक कार्यालय के समक्ष कल 16 नवंबर से आमरण अनशन करना शुरु कर दिया. साथ ही अपनी मांगों को लेकर रापनि के महाव्यवस्थापक के नाम विभाग नियंत्रक को ज्ञापन भी सौंपा है. जिसमें बताया गया है कि, वाहक दिनेश शेलके के खिलाफ एक झूठे व गलत मामले में तबादले की कार्रवाई की गई है. जिसे लेकर अनेकों बार निवेदन देने के बावजूद भी रापनि प्रशासन द्वारा मामले में अब तक कोई भी जांच नहीं की गई.
इस संदर्भ में वाहक दिनेश शेलके ने बताया कि, उनकी बस में एक यात्री बिना टिकट पाया गया था और उक्त यात्री जहां से बस में सवार हुआ था, वहां से महज आधे किमी की दूरी पर बस की चेकिंग की गई थी. इस दौरान वे अन्य यात्रियों को टिकट दे रहे थे और उसी एक यात्री को टिकट देना बाकी थी. इस एक वजह को लेकर बिना सुनवाई का मौका दिए उनका तबादला कर दिया गया. जबकि वे विगत 10 माह से इस बारे में आवश्यक जांच करने की मांग कर रहे है. लेकिन रापनि प्रशासन द्वारा इस मामले में उनके पत्रों की अनदेखी की गई. जबकि यह इससे पहले के पत्रों में भी कई बार अनशन करने की चेतावनी दे चुके है. साथ ही अपने निवेदन में दिनेश शेलके ने बताया कि, रापनि वाहक होने के अलावा उनकी पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता की भी है और उनके द्वारा किए गए सामाजिक कामों को ध्यान में रखते हुए विगत 6 वर्षों के दौरान उन्हें कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए है. ऐसे में टिकट में अपहार करने की गलत वजह के चलते उन पर हुई कार्रवाई की वजह से उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को भी धक्का लगा है. इस बात से व्यथित होकर उन्होंने रापनि के विभाग नियंत्रण कार्यालय के समक्ष अनशन करना शुुरु किया है.