अमरावती/दि.12– विगत 68 दिनों से विलीनीकरण की मांग को लेकर रापनि कर्मचारियों द्वारा हडताल करने के साथ-साथ अपने साथी कर्मचारियों की मौतों से आहत होकर दुखडा आंदोलन किया जा रहा है. इसी आंदोलन के तहत आज रापनि कर्मचारियों की पत्नियों व परिजनों ने कलेक्ट्रेट पर धडक मोर्चा निकाला. साथ ही राजमाता जीजाऊ की जयंती अवसर पर आरटीओ कार्यालय परिसर के पास ही स्थित जीजाऊ पुतले के समक्ष नतमस्तक होते हुए उन्हेें अपनी आदरांजली भी अर्पित की.
इस समय रापनि कर्मचारियों की पत्नियों का कहना रहा कि, विगत करीब सवा दो माह से रापनि कर्मियोें द्वारा लगातार विलीनीकरण की मांग को लेकर काम बंद आंदोलन किया जा रहा है. इस दौरान सरकार ने हडताल कर रहे रापनि कर्मियों को कोई वेतन भी अदा नहीं किया है. ऐसे में अब परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. जिसकी वजह से चिंता और निराशा का शिकार होकर विगत दो माह के दौरान 60 रापनि कर्मचारियों द्वारा आत्महत्या भी कर ली गई है. लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा रापनि कर्मियों की मांगों और स्थिति पर कोई विचार-विमर्श नहीं किया जा रहा. बल्कि उन पर लगातार हडताल खत्म करने और काम पर लौट आने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है. किंतु जब तक राज्य सरकार द्वारा विलीनीकरण की मांग को पूरा नहीं किया जाता, तब तक यह हडताल जारी रहेगी. अत: सरकार द्वारा इधर-उधर की बातों में समय नष्ट करने की बजाय राज्य परिवहन निगम को सरकारी सेवा में शामिल करने के बारे में विचार करना चाहिए.
* राणा दम्पत्ति ने भी किया आंदोलन का समर्थन
रापनि कर्मियों की पत्नियों व परिजनों द्वारा जिलाधीश कार्यालय पर किये जानेवाले आंदोलन की जानकारी मिलते ही जिले की सांसद नवनीत राणा तथा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा तुरंत ही जिलाधीश कार्यालय पहुंचे. जहां पर उन्होंने रापनि कर्मियों की पत्नियों व परिजनों से मुलाकात करने के साथ ही रापनि कर्मियों की हडताल व आंदोलन को अपना समर्थन दिया. साथ ही राणा दम्पत्ति ने आरोप लगाया कि, राज्य सरकार द्वारा रापनि कर्मियों की मांगों व आंदोलन को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा और सरकार रापनि कर्मियोें के साथ-साथ इस हडताल के चलते विगत लंबे समय से समस्याओं व दिक्कतों का सामना कर रहे राज्य के लाखों नागरिकोें की भी अनदेखी कर रही है. जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. अत: राज्य सरकार को चाहिए कि राज्य के हितों को देखते हुए रापनि कर्मियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाये और रापनि की हडताल को खत्म करवाते हुए राज्य में एसटी बस सेवा को तुरंत बहाल किया जाये.