अमरावती

विद्यापीठ की पहचान करवाने का काम रासेयो करता हैः कुलगुरु डॉ. मालखेडे

विद्यापीठ में हुआ रासेयो पुरस्कर वितरण समारोह

अमरावती/दि.29-विद्यापीठ राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से समाजोपयोगी कार्य किए जाने के साथ ही विद्यापीठ की पहचान करवाने का काम रासेयो करता है. ऐसे विचार कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे ने व्यक्त किये. डॉ. के.जी. देशमुख सभागृह मे रासेयो पुरस्कार वितरण समारोह में मार्गदर्शन करते हुए वे बोल रहे थे. इस समय मंच पर प्रमुख अतिथि के रुप में अधिसभा सदस्य डॉ.ओमप्रकाश मुंदे, अमरावती शहर रासेयो समन्वयक प्रा. निलेश कडू, ग्रामीण समन्वयक डॉ. नरेन्द्र माने, अकोला जिला समन्वयक डॉ. रतनलाल येऊल, बुलढाणा जिला समन्वयक डॉ. विष्णु पडवाल, यवतमाल जिला समन्वयक डॉ. रत्नदीप गंगाले, वाशिम जिला समन्वयक डॉ. योगेश पोहोकार व विद्यापीठ रासेयो संचालक डॉ. राजेश बुरंगे उपस्थित थे.
इस समय कुलगुरु के हाथों रासेयो विद्यापीठस्तरीय पुरस्कार के लिए एकक के रुप में कारंजा लाड के शकुंतलाबाई धाबेकर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई, पुरुष कार्यक्रम अधिकारी के रुप में डॉ. योगेश पोहोकार, महिला कार्यक्रम अधिकारी के रुप में दत्तात्रय पुसदकर कला महाविद्यालय नांदगांव पेठ की डॉ. सुनीता बालापुरे, पुरुष रासेयो स्वयंसेवक के रुप में शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय अमरावती के अमर कतोरे व महिला रासेयो स्वयंसेविका के रप में स्वतंत्रता सेनानी कन्हैयालाल रामचंद्र इन्नानी महाविद्यालय कारंजा लाड की स्वराली कुबटेकर का सत्कार किया गया. वहीं जिलास्तरीय पुरस्कार भी इस समय कुलगुरु के हाथों प्रदान किया गया. वहीं रासेयो के माध्यम से आपत्ति व्यवस्थापन दल प्रत्येक महाविद्यालय में ेस्थापित कर सालुंकाबाई राऊत कला व वाणिज्य महाविद्यालय वनोजा के आपत्ति व्यवस्थापन बचाव पथक को महाराष्ट्र शासन ने गौरवान्वित करने के साथ ही उनके टीम व्यवस्थापक रासेयो स्वयंसेवक आदित्य इंगोले व टीम का इस समय कुलगुरु ने गौरव किया.
कार्यक्रम में कुलगुरु डॉ. मालखेेडे ने कहा कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव निमित्त संलंग्नित महाविद्यालयों के सभी विद्यार्थियों ने घर-घर जाकर भारतीय तिरंगा हर घर तिरंगा इस अभियान अंतर्गत प्रत्येक घर पर 13 से 15 अगस्त दरमियान तिरंगा गौरव यात्रा, पथनाट्य, झाकी, लेझीम पथक सहित शहर व गांव में शोभायात्रा निकालकर भारतीय स्वतंत्रता का महत्व नागरिकों को समझाना है. कार्यक्रम में मान्यवरों के हाथों कर्मयोगी संत गाड़गेबाबा की प्रतिमा का पूजन, माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन किया गया. प्रास्ताविक रासेयो संचालक डॉ, राजेश बुरंगे, संचालन डॉ. वाधवाणी कला महाविद्यालय यवतमाल के रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रश्मी गजरे ने व आभार प्रदर्शन डॉ. रतनलाल येऊल ने किया. इस अवसर पर पांचों जिलों के रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी व स्वयंसेवक उपस्थित थे.

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