अमरावती/दि.२२ – संत गाडगेबाबा विद्यापीठ में राष्टसंत तुकडोजी महाराज के नाम से अभ्यासक्रम शुरु किए जाने की मांग को लेकर १५ वर्षो पूर्व प्रस्ताव पारित किया गया था. किंतु शासन की ओर से इस प्रस्ताव को अब तक मंजूरी प्रदान नहीं की गई. जिसमें अब राष्ट्रसंत युवक विचार मंच के गुरुदेव भक्तों ने जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर से अभ्यासक्रम शुरु करवाने की मांग की. गुरुदेव भक्तों द्वारा इस आशय का निवेदन पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को सौंपा गया.
निवेदन में कहा गया है कि राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के नाम से संत गाडगेबाबा विद्यापीठ में अभ्यासकेंद्र स्थापित हो, इस संदर्भ में २००४ में व्यवस्थापन परिषद द्वारा प्रस्ताव पारित कर शासन को मंजूरी के लिए भिजवाया गया था. इस संदर्भ में आवश्यक कागजी कार्रवाई भी की गई थी. किंतु शासन द्वारा अब तक मंजूरी प्रदान नहीं की गई. जिसमें पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को निवेदन सौंपकर अमरावती विद्यापीठ में अभ्यासकेंद्र स्थापित करने की मांग गई. राष्ट्रसंत युवक विचारमंच की ओर से आचार्य वेरुलकर गुरुजी व रविदादा मानव के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर से निवेदन सौंपकर चर्चा की.
प्रतिनिधि मंडल ने जिले की पालकमंत्री यशोमति ठाकुर से चर्चा करते हुए कहा कि, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज ने अपने भजन व राष्ट्रीय कीर्तन के माध्यम से देश के युवाओं को जागरुत करने का कार्य किया था. उस समय देश के युवको ने जागृत होकर १९४२ में क्रांति लायी थी. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के साहित्य व उनके द्वारा दिए गए भाषण से राज्य में क्रांति आयी थी. उनके द्वारा किए गए समाज कार्यो से राज्य के गांवो में स्वच्छता का सूर्य उगा. नागपुर विद्यापीठ में ‘तुकडोजी थॉट‘ अभ्यासक्रम पढाया जाता है. किंतु राष्ट्रसंत की जन्मभूमि में स्थित विद्यापीठ में राष्ट्रसंत के नाम का अभ्यासक्रम नहीं है यह र्दुदैव की बात है. ऐसी संवेदना गुरुदेव भक्तों ने जिले की पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर के समक्ष व्यक्त की.