स्क्रैप मेटल से साकार हो रहा राष्ट्रसंत का पुतला
दुपहिया व चारपहिया वाहनों के कबाड का हो रहा प्रयोग
चार से पांच टन स्टील से हो रहा निर्माण
गुरुकुंज मोझरी/ दि.3 – राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज व्दारा देश के स्वाधिनता संग्राम में दिये गए योगदान को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार व्दारा राष्ट्रसंत के महासमाधि परिसर में स्क्रैप मेटल का उपयोग करते हुए राष्ट्रसंत के भव्य पुतले का निर्माण कराया जा रहा है. इसके तहत हाथ में खंजिरी लेकर बैठे राष्ट्रसंत का पुतला बनाया जा रहा है और इस समय पुतले का निर्माण अपने अंतिम चरण में है.
20 फीट उंचे और 15 फीट चौडे इस पुतले का निर्माण करने हेतु दुपहिया व चारपहिया वाहनों के करीब 4 से 5 टन निरुपयोगी हो चुके स्क्रैप मेटल को प्रयोग में लाया जा रहा है और इस काम के लिए पांच लोगों की टीम दिनरात काम कर रही है, जिनमें मास्टर ऑफ आर्ट्स रहने वाले प्रकाश गायकवाड (नागपुर), सुहास भिवनकर (यवतमाल), युसूफ अन्सारी, सादाब अन्सारी व मोहम्मद तुफैल का समावेश है. यह काम महाराष्ट्र सरकार व्दारा सरकारी निधि से किया जा रहा है. इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार व्दारा जेजे स्कूल ऑफ आर्ट (मुंबई) के अधिष्ठाता विजय सपकाल, विजय बोंद्रे व विश्वनाथ साबले की ओर दी गई है.
उल्लेखनीय है कि, विदर्भ क्षेत्र के वर्धा में इससे पहले महात्मा गांधी व विनोबा भावे के ऐसे पुतले साकार किये गए. उसके अलावा चिखलदरा में इसी तरह की एक प्रतिकृति बनाई गई है. वहीं अब गुरुकुंझ मोझरी में स्क्रैप मेटल का प्रयोग करते हुए राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज का पुतला साकार किया जा रहा है.