दीपावली पर्व बीतने के बाद भी राशनकार्ड धारकों को नहीं मिली सस्ती राशन कीट
जिला आपूर्ति विभाग ने केवल दो पदार्थ ही करवाये उपलब्ध
चारों पदार्थोंवाली कीट के वितरण हेतु और चार दिनों का समय लगेगा
अमरावती दि.27- राज्य में चल रहे गिले अकाल की स्थिति और किसानों पर आये आसमानी संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने इस वर्ष दीपावली के पर्व पर सर्वसामान्य राशनकार्ड धारकों को महज 100 रूपये में एक-एक किलो रवा, शक्कर, तेल व चना दाल का समावेश रहनेवाली राशन कीट उपलब्ध कराने की घोषणा की थी, लेकिन हकीकत यह है कि, यह घोषणा पूरी तरह से हवा-हवाई साबित हुई है. क्योंकि जिले के आधे से अधिक राशनकार्ड धारकों को अब तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, क्योंकि जिला आपूर्ति विभाग के पास अब तक चार में से केवल दो वस्तुएं ही उपलब्ध हो पायी है. वही शेष दो वस्तुओं को उपलब्ध होने में और भी चार दिनों का समय लग सकता है. ऐसे में लक्ष्मीपूजन के साथ ही भाईदूज का पर्व बीत जाने के बावजूद भी सर्वसामान्य राशनकार्ड धारकों को दीपावली के पर्व पर राज्य सरकार द्वारा घोषित किराणा कीट का लाभ नहीं मिल पाया है.
बता दें कि, किसान, अंत्योदय व प्राधान्य गुटवाले राशनकार्ड धारकों को 100 रूपये में चार पदार्थों का समावेश रहनेवाली किराणा कीट देने की घोषणा राज्य सरकार ने विगत 12 अक्तूबर को की थी. उस समय दीपावली के पर्व में 12 दिनों का समय शेष था. इन चार वस्तुओं को खुले बाजार से खरीदने पर करीब 300 रूपये का खर्च करना पड सकता था. ऐसे में चारोें पदार्थ केवल 100 रूपये में दिये जाने की घोषणा होने पर सर्वसामान्य राशनकार्ड धारकों द्वारा यह राशन कीट मिलने की प्रतीक्षा की जा रही थी. लेकिन दीपावली का पर्व बीत जाने के बावजूद भी आम राशनकार्ड धारकों को यह राशन कीट उपलब्ध नहीं हो पायी. ऐसे में उन्हें पहले की तरह खुले बाजार और किराणा दुकान से दीपावली के पर्व पर ये चारों वस्तुएं खरीदनी पडी, ताकि वे दीपावली का पर्व मना सके.
जानकारी के मुताबिक इतनी कम कालावधि के दौरान इन वस्तुओं की खरीदी करते हुए उसे जिलानिहाय कोटे के अनुसार अलग-अलग जिलों में पहुंचाना आपूर्तिकर्ता के लिए संभव नहीं था. जिसके परिणाम स्वरूप कुछ राशन दुकानों में शक्कर और रवा पहुंच गया है. वहीं कहीं पर तेल और चना दाल की खेप पहुंच गई है. ऐसे में सभी स्थानों पर बचे हुए दो पदार्थों का स्टॉक मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है.
ज्ञात रहे कि, अमरावती जिले में 1 हजार 916 सरकारी राशन दुकाने है. जिनसे 5 लाख 95 हजार 672 राशनकार्ड धारक संलग्नित है. इसमें से 1 लाख 7 हजार 569 किसान व प्राधान्य गुट तथा 1 लाख 22 हजार 665 अंत्योदय ऐसे कुल 2 लाख 30 हजार 234 राशनकार्ड धारक इस राशन कीट के लिए पात्र साबित हुए है. इन राशनकार्ड धारकों में अमरावती मनपा क्षेत्र के 71 हजार लाभार्थियों का भी समावेश है, जो सरकार द्वारा दी जानेवाली राशन कीट मिलने की प्रतीक्षा कर रहे है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दिनों सभी सरकारी राशन दुकानों में पॉस मशीन उपलब्ध कराई गई है. जिस पर अंगूठे का निशान दर्ज करने के बाद ही लाभार्थियों को उन्हें प्रतिमाह दिया जानेवाला राशन उपलब्ध कराया जाता है. यह प्रक्रिया दीपावली के पर्व पर दी जानेवाली राशन कीट के लिए भी अमल में लायी जायेगी. चूंकि इस समय राशन कीट की दो ही वस्तुएं उपलब्ध हुई है और दो वस्तुओं का स्टॉक मिलना बाकी है. ऐसे में पॉस मशीन पर अंगूठा लगाकर केवल दो वस्तुएं देने को लेकर राशन दुकानदारों में संभ्रम देखा जा रहा है. वहीं संबंधित लाभार्थी भी दो बार अंगूठा लगाने की झंझट से बचना चाह रहे है. साथ ही उन्हें यह भी डर है कि, अगर उन्होंने पहली बार अंगूठा लगाकर केवल दो वस्तुएं ले ली, तो शायद उन्हें शेष दो वस्तुओं का लाभ नहीं मिलेगा. क्योंकि तब उनके अंगूठे के निशान की वजह से उनके नाम पर दीपावली राशन कीट का लाभ नहीं मिलेगा.
* पूरी कीट उपलब्ध होने में लगेंगे चार-पांच दिन
दीपावली राशन कीट के लिए केरल व तेलंगना से तेल तथा नांदेड से रवे की आपूर्ति की जा रही है. साथ ही शक्कर व चनादाल की आपूर्ति के लिए कुछ अन्य शहरों के आपूर्तिकर्ताओं का आधार लिया जा रहा है. ऐसे में अलग-अलग शहरों से अलग-अलग पदार्थों की आपूर्ति किये जाने के चलते चारों पदार्थों को एक ही समय उपलब्ध कराना थोडा मुश्किल रहा. साथ ही इस दौरान दीपावली पर्व का अवकाश रहने के चलते इसका असर भी काम पर पडा. ऐसे में एकत्रित कीट उपलब्ध होने में अब भी चार से पांच दिनों का समय लग सकता है. ऐसी जानकारी आपूर्ति विभाग के सूत्रों द्वारा दी गई है. * कुछ क्षेत्रों में वितरण शुरू
शहर में सरकारी दर पर राशन बिक्री करनेवाली 162 दुकानें है. जिसमें से 43 दुकानों में पूरी कीट पहुंच गई है और कुछ राशन दुकानों से इस राशन कीट का वितरण होना भी शुरू हो गया है. वही शेष राशन दुकानों में आगामी दो-तीन दिनों के दौरान चारों वस्तुओं की आपूर्ति हो जायेगी. जिसके बाद उन राशन दुकानों से भी 100 रूपये में एक-एक किलो शक्कर, तेल, रवा व चनादाल का वितरण करना शुरू किया जायेगा.
– उमेश खोडके
अन्न आपूर्ति अधिकारी, अमरावती.
* ये रहे विलंब के कारण
– सरकार ने दीपावली पर सरकारी राशन कीट देने की घोषणा 12 अक्तूबर को की. उस समय दीपावली के पर्व में केवल 12 दिन का समय शेष बचा हुआ था. इतने कम दिन के दौरान सभी इंतजामों की व्यवस्था करना संभव नहीं था.