* वर्धा, यवतमाल व अकोला में वितरण शुरु
अमरावती/दि.23– शरीर में लौहतत्व की कमी को पूरा करने के लिए अधिक पोषण मूल्य मिलने हेतु सरकारी राशन दुकानों के जरिए फोर्टिफाइड चावल का वितरण किया जाता है. परंतु इस चावल के लिए अमरावती जिले को कुछ दिनों तक प्रतीक्षा करनी होगी. वहीं अकोला, यवतमाल व वर्धा जिले में इस चावल का वितरण करना शुरु कर दिया गया हैं.
बता दें कि विद्यार्थियोें के आहार में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए फोर्टिफाइड चावल दिया जाता है. केंद्र सरकार ने शैक्षणिक वर्ष 2021-22 से पहली बार फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति की. जिसके पश्चात राज्य के करीब 17 जिलों में सरकारी राशन दुकानों से यह चावल विक्री हेतु उपलब्ध कराया गया.
* 1 किलो चावल में फोर्टिफाइड कितना
1 किलो चावल में फोर्टिफाइड का प्रमाण 1.100 का होता है यह थोडा पीले रंग का रहता है. आयरन, फालिक एसिड, विटामिन-ए, बी-1, बी-2, बी-5, बी-6, बी-12 व जिंक जैसे पोषक घटकों का समावेश करते हुए फोर्टिफाइड बनाया गया है.
* फोर्टिफाइड चावल से बढता है आयरन
– सूक्ष्म पोषक घटक मिलाकर यह चावल तैयार किया जाता है, जिसमें लौह व फौलिक एसिड जैसे जीवन सत्व होते है.
– इस चावल का स्वाद, सुगंध और पकाने की पद्धति सामान्य चावल की तरह ही होती है.
– हालांकि सामान्य चावल की तुलना में यह चावल थोडा अलग दिखाई देता है.
* पोषण मूल्यों का डोज
अधिकांश बीमारियों में पर्याप्त व पोषण आहार का अभाव ही मुख्य वजह होता है. ऐसे में फोर्टिफाइड चावल के जरिए शरीर में इन पोषण मूल्यों की आपूर्ति होती है. सामान्य चावल की तुलना में इस चावल का वजन कम रहने के चलते यह पानी पर तैरता दिखाई देता है, लेकिन फोर्टिफाइड चावल में पोषण मूल्य व गुणवत्ता काफी अधिक होती है और अब सरकारी राशन दुकानों के जरिए सर्वसामान्यों को फोर्टिफाइड चावल के रुप में पोषण मूल्य का डोज मिलेगा.
यवतमाल, वर्धा व अकोला जिले में सरकारी राशन दुकानों से फोर्टिफाइड चावल का वितरण शुरु हो चुका है. वहीं अमरावती जिले की राशन दुकानों में फिलहाल इस चावल की खेप मिलना बाकी हैं.